पहाड़ी इलाकों से बीते कुछ समय से आए दिन एक के बाद एक दिल दहला देने वाली खबरें सामने आती हैं। हिमाचल-उत्तराखंड जैसी जगहों पर पहाड़ों के गिरने की घटनाएं लगातार बढ़ रही है। हिमाचल के किन्नौर में एक ऐसी ही घटना घटी। किन्नौर के निगुलसरी में पहाड़ का हिस्सा गिरने से कई लोग मलबे के नीचे दब गए। इस दौरान अब तक एक दर्जन से भी ज्यादा लोग इस हादसे में अपनी जान गंवा चुके हैं, बड़ी संख्या में लोग घायल हैं। जबकि कई अभी तक लापता बताए जा रहे हैं।
बहसबाजी पड़ गई भारी!
किन्नौर में हादसे के दौरान ये जो जान-माल का नुकसान हुआ, उसे टाला जा सकता। बताया जा रहा है कि एक बहस की वजह से इस हादसे ने इतना भयानक रूप ले लिया। दरअसल, बात कुछ ऐसी है कि हादसे में बचे लोगों ने बताया कि वहां पर वाहन पास कराने को लेकर दो चालकों के बीच मामूली कहासुनी हो गई थीं। जिसकी वजह से वहां पर वाहनों की कतार लग गई। अगर राहगीरों में ये बहसबाजी नहीं होती, तो समय रहने वहां से गाड़ियां निकल जाती और इतनी जिंदगियां बच सकती थीं।
गिरने लगे थे छोटे पत्थर, लेकिन…
मिली जानकारी के मुताबिक दो चाल वाहन पास कराने को लेकर आपस में बहस कर रहे थे। इस दौरान दोनों में से कोई भी वाहन हटाने को तैयार नहीं हो रहा था। तब छोटे छोटे पत्थर ऊपर से गिर रहे थे, जिस पर बहस कर रहे लोगों ने गौर नहीं किया। इस दौरान बहस की वजह से वहां पर जाम लग गया और पहाड़ी के ठीक नीचे जो वाहन खड़े थे, वो मलबे की चपेट में आ गए। बताया ये भी जा रहा है कि इस दौरान वहां और भी दूसरे वाहन थे, जिन्होंने जैसे ही ये देखा कि लैंडस्लाइड हो रहा, वो बचाव करते हुए पीछे हट गए।
अभी भी जारी है रेस्क्यू ऑपरेशन
किन्नौर हादसे की मिली ताजा अपडेट के मुताबिक इस हादसे में अब तक 15 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। रेस्क्यू ऑपरेशन फिलहाल जारी है। हादसे के दौरान कुछ वाहनों के साथ मलबे के नीचे बस भी दब गई थी। रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटे लोगों से बस को ढूंढने में एक बड़ी गलती की। दरअसल, जब सर्च ऑपरेशन शुरू हुआ, तो ये अनुमान लगाया गया कि बस सड़क पर ही मलबे के नीचे दबी हुई हो सकती है। लेकिन मलबा हटाने के बाद बस का कोई सुराग मिला। फिर बाद में ये मालूम चला कि बस मलबे के साथ खाई में जाकर गिर गई । इसके बाद गुरुवार सुबह 5 बजे बस के टुकड़े खाई में मिले।