देश की राजधानी दिल्ली में कोरोना की दूसरी लहर अब काफी हद तक काबू में आ गई है। दिल्ली में कोरोना के मामले में लगातार तेजी से कमी आ रही है। जहां पीक के दौरान दिल्ली में केस 28 हजार के पार तक पहुंच गए थे, वो अब 1500 तक आ गए है। वहीं पॉजिटिविट रेट भी 36 प्रतिशत से 2 फीसदी तक आ गया।
तीसरी लहर के लिए तैयारियां तेज
कुछ दिन पहले राजधानी दिल्ली के हालात काफी खराब थे। दिल्ली में कई लोगों की मौत कोरोना के चलते हुई, तो कुछ लोगों ने स्वास्थ्य सेवाओं के अभाव में ही दम तोड़ दिया। राजधानी में बेड से लेकर दवाईयों और ऑक्सीजन तक सभी चीजों के लिए मारामारी हो रही थीं। दूसरी लहर के दौरान बिगड़े हालातों से सबक लेकर अब दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने थर्ड वेव से निपटने के लिए तैयारियों में अभी से जुट गई है।
कई एक्सपर्ट्स ये आशंका जता रहे हैं कि देश में कोरोना की तीसरी लहर भी आएगी, जो बच्चों को ज्यादा प्रभावित कर सकती है। कोरोना की तीसरी लहर का सामना करने के लिए केजरीवाल सरकार ने बड़े पैमाने पर तैयारियां शुरू कर दी। बेड्स से लेकर ऑक्सीजन और दवाईयों के इंतेजाम करने में सरकार जुटी हुई है। आइए आपको बताते हैं कि केजरीवाल सरकार कैसे थर्ड वेव से निपटने के लिए अभी से क्या-क्या तैयारी कर रही है…?
चीन से मंगाए ऑक्सीजन सिलेंडर
सेकेंड वेव के दौरान दिल्ली में ऑक्सीजन की भारी कमी हुई थीं। ऑक्सीजन के लिए राजधानी में हाहाकार मच गया था। ऐसे हालात तीसरी लहर के दौरान ना हो, इसलिए दिल्ली सरकार ने चीन से करीब 6 हजार सिलेंडर विमान से मंगाए हैं। इसमें से 4400 मिल भी गए, जबकि 1600 सिलेंडर दो-तीन दिनों में मिल जाएंगे। सीएम केजरीवाल ने बताया कि कोरोना की तीसरी लहर को देखते हुए 6 हजार सिलिंडरों को 3,000 ऑक्सीजन बेड तैयार करने में इस्तेमाल में किए जा सकते हैं।
साथ में हर जिले में केजरीवाल सरकार ऑक्सीजन कंसंट्रेटर बैंक भी तैयार कर रही हैं। जिसके लिए बड़े पैमाने पर ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की भी खरीद की जा रही है। ये होम आइसोलेशन में रह रहे कोरोना मरीजों के काम आ सकती है।
बेड्स तैयार करने में जुटी सरकार
ऑक्सीजन के अलावा बेड उपलब्ध रखने के लिए अलग-अलग इलाकों में कोविड केयर सेंटर खोले जा रहे हैं। दिल्ली के GTB अस्पताल के पास 500 ICU बेड तैयार किए जा रहे हैं। सीएम केजरीवाल 10 मई को इस सेंटर पर पहुंचे थे, तब उन्होंने कहा कि दिल्ली में कुल 50 हजार बेड्स, जिसमें 40 हजार ऑक्सीजन बेड और 10 ICU बेड तैयार करने का लक्ष्य रखा है।
दवाईयों की ना हो कमी, इसलिए…
इसके अलावा केजरीवाल सरकार दवाईयों की पर्याप्त आर्पूति सुनिश्चित करने की भी कोशिशों में भी जुटी है। 20 मई को सरकार की तरफ से कहा गया था कि दवाइयों, ऑक्सीजन और बेड की उपलब्धता की निगरानी के लिए एक कमिटी बनाई जाएगी।
वैक्सीन की कमी से जूझ रही दिल्ली
हालांकि राजधानी दिल्ली में इस वक्त वैक्सीन की कमी की काफी समस्या हो रही है। इसके चलते दिल्ली में 18-44 एज ग्रुप का वैक्सीनेशन सरकार ने फिलहाल बंद कर दिया है। केजरीवाल सरकार की तरफ से लगातार केंद्र से वैक्सीन उपलब्ध कराने को कहा जा रहा है।
सोमवार को सीएम केजरीवाल ने कहा था कि अमेरिकी कंपनी फाइजर और मॉडर्ना ने हमें वैक्सीन बेचने से मना कर दिया। वो सीधा केंद्र से बात करना चाहती हैं। दिल्ली में सिर्फ 18+ लोगों के लिए ही नहीं 45+ एज ग्रुप के साथ फ्रंटलाइन वर्कर्स के लिए कोवैक्सीन का स्टॉक खत्म हो गया।