जम्मू-कश्मीर के हालात एक बार फिर असामान्य हो रहे हैं। कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद सरकार लगातार यहां अमन-शांति कायम करने की कोशिश में है। लेकिन आतंकियों से ये हजम नहीं हो रहा, इसलिए वो अब टारगेट किलिंग कर कश्मीर में दहशत फैलाने चाह रहे हैं। आतंकियों के निशाने पर गैर कश्मीरी है। बीते कुछ में वो कई गैर कश्मीरी की हत्या कर घाटी के माहौल को एक बार फिर 90 के दशक जैसा करना चाह रहे हैं।
आतंकियों के निशाने पर ‘बाहरी’
रविवार को आतंकियों ने एक बार फिर से कायराना हरकत की। कुछ वक्त की देरी पर आतंकियों ने दो बड़ी वारदातों को अंजाम दिया। पहली घटना श्रीनगर के ईदगाह इलाके में हुई। यहां श्रीनगर के ईदगाह इलाके में हुई। यहां आतंकियों ने बिहार के गोलगप्पे वाले को पास से गोली मारी। दूसरी घटना यहां से कुछ ही दूरी पर घटी। दुकान के बाहर बैठे मजदूरों में से एक को गोली मार दी।
कश्मीर में टारगेट किलिंग ने परेशानी खड़ी कर दी है। इससे पहले आतंकियों ने कुछ दिन पहले ईदगाह इलाके में ही एक स्कूल को भी निशाना बना था। जहां स्कूल के प्रिसिंपल और टीचर को पास से गोली मार दी थीं। इसके अलावा 5 अक्टूबर को एक कश्मीरी पंडित और मशहूर केमिस्ट माखनलाल बिंद्रू भी आतंकियों की बंदूक का शिकार बने।
बनाया गया नया आतंकी संगठन?
कश्मीर में बढ़ रही टारगेट किलिंग की घटनाओं से पाकिस्तान का नाम भी जुड़ रहा है। दरअसल, कुछ मीडिया रिपोर्ट्स ये बता रही हैं कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी कश्मीर को लहुलूहान करने की साजिश रच रही है। खबरों के अनुसार ISI ने आतंकियों के साथ मिलकर भारत को दहलाने का प्लान रचा।
जानकारी के मुताबिक इसके लिए एक नया आतंकी संगठन भी खड़ा कर दिया गया। दरअसल, 21 सितंबर को पीओके के मुजफ्फाराबाद में एक सीक्रेट मीटिंग हुई थीं, जिसमें ISI के अफसरों समेत आतंकी संगठनों के लीडर भी शामिल थे। मीटिंग में भारत और जम्मू-कश्मीर के माहौल को बिगाड़ने की प्लानिंग की गई, जिसके लिए टारगेट किलिंग पर फोकस किया जा रहा है।
200 लोगों की हिट लिस्ट भी बनाई गई!
रिपोर्ट्स के मुताबिक इस दौरान एक हिट लिस्ट बनाई गई है, जिसमें 200 लोगों के नाम शामिल हैं। इस हिट लिस्ट में बीजेपी और संघ से जुड़े नेताओं के अलावा कश्मीरी पंडितों, मीडियाकर्मी और उद्योगपतियों के नाम भी शामिल है।
बताया ये भी जा रहा है कि इसके लिए नए नए आतंकी संगठनों को तैयार किया जा रहा है। ऐसे संगठन जो अब तक सुरक्षाबलों की नजरों से दूर हैं। ये संगठन हमलों की जिम्मेदारी लेंगे और जांच एजेंसियों को गुमराह करने का काम करेंगे।
गौरतलब है कि जिस तरह से बीते कुछ दिनों में कश्मीर में आतंकी वारदातें बढ़ी है। अनुच्छेद 370 हटने से लेकर सुरक्षाबलों की कार्रवाई तक ऐसी कई वजहें है, जिससे आतंकी बौखलाए हुए है और कश्मीर में दहशत का माहौल फैलाना चाह रहे है। जिसके चलते वो एक बार फिर से बाहरी कश्मीरियों को निशाना बना रहे है। हालांकि सुरक्षाबलों का आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन भी लगातार जारी है। ऐसे में आने वाले दिनों में घाटी का माहौल कैसा होता है, ये देखने वाली बात है।