भारतीय जनता पार्टी शासित कई राज्यों में सियासत चरम पर है। पिछले दिनों उत्तराखंड में दो बार सीएम को बदला गया। पहले त्रिवेंद्र सिंह रावत को हटाकर बीजेपी ने तीरथ सिंह रावत को राज्य का सीएम बनाया। फिर कुछ महीनों बाद तीरथ सिंह रावत को हटाकर पुष्टर सिंह धामी को सीएम पद की जिम्मेदारी दी गई है।
यूपी की सियासत में भी योगी आदित्यनाथ पर पार्टी हाईकमान की एक्शन की खबरें सामने आ रही थी लेकिन मौजूदा समय में स्थिति सामान्य दिख रही। इसी बीच बीजेपी शासित कर्नाटक में सियासी नाटक शुरु होने की संभावना जताई जा रही है।
बताया जा रहा है कि आने वाले कुछ ही दिनों में राज्य के सीएम बीएस येदियुरप्पा को पद से हटा दिया जाएगा और उनकी जगह राज्य को एक नया सीएम मिलेगा। इसी बीच येदियुरप्पा ने भी कहा है कि बीजेपी हाई कमान की ओर से 25 जुलाई को निर्णय लिया जाएगा और बीजेपी नेतृत्व की ओर से जो भी निर्णय होगा, वह उसे मानने के लिए तैयार हैं।
26 जुलाई को पूरा होगा 2 साल का कार्यकाल
कर्नाटक के सीएम बीएस येदियुरप्पा की सरकार 26 जुलाई को अपना दो साल पूरा करेगी। येदियुरप्पा का कहना है कि, ‘राज्य में 26 जुलाई को हमारी सरकार के दो साल पूरे हो रहे हैं। इस अवसर पर एक कार्यक्रम का आयोजन किया जाना है। इसके बाद मैं राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा जो कहेंगे, मैं उसका पालन करूंगा। भाजपा को सत्ता में वापस लाना मेरा कर्तव्य है। मैं सभी पार्टी कार्यकर्ताओं और अपने सहयोगी नेताओं से अपील करता हूं कि इस मिशन में मेरा साथ दें।‘
पीएम मोदी, शाह और नड्डा का रहा है विशेष स्नेह
सीएम ने कहा, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, होम मिनिस्टर अमित शाह और पार्टी चीफ जेपी नड्डा का मुझ पर विशेष स्नेह और भरोसा रहा है। आप सभी जानते हैं कि पार्टी की ओर से ऐसे किसी व्यक्ति को कोई पद नहीं देने का निर्णय लिया गया है, जिसकी आयु 75 वर्ष से अधिक हो गई हो। लेकिन मेरे काम की सराहना करते हुए आयु 78 के पार होने के बाद भी उन्होंने मुझे यह जिम्मेदारी दी थी।‘
बीएस येदियुरप्पा ने आगे कहा कि मेरा काम पार्टी को मजबूत करना है। केंद्रीय नेतृत्व की ओर से मुझे 25 जुलाई को आदेश दिया जाएगा और उसके अनुसार मैं 26 जुलाई से काम शुरू कर दूंगा। सरकार के दो वर्ष पूरे होने के अवसर पर हमारा 26 जुलाई को एक विशेष आयोजन है।
काफी पहले से हो रही नेतृत्व परिवर्तन की मांग
बताते चले कि कर्नाटक में नेतृत्व परिवर्तन को लेकर चर्चाएं काफी पहले से चलते आ रही है। पार्टी के कई नेता काफी पहले से इस बात की मांग करते आ रहे हैं। कई नेताओं ने तो मुखर होकर सीएम की आलोचना की और पार्टी हाई कमान से एक्शन लेने की मांग की थी।
वहीं, पिछले दिनों बीजेपी महासचिव और कर्नाटक मामलों के प्रभारी अरुण सिंह ने स्पष्ट रुप से कहा था कि बीएस येदियुरप्पा सीएम पद पर बने रहेंगे। उन्होंने कहा था कि जिन नेताओं और विधायकों को कोई परेशानी है वह पार्टी के सामने अपनी बात रख सकते हैं। लेकिन अब स्थिति कुछ अलग होती दिख रही है। खबरों की मानें तो 25 जुलाई को बीएस येदियुरप्पा को हटाने को लेकर पार्टी अहम फैसला ले सकती है।