भारतीय जनता पार्टी शासित कर्नाटक में बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा। हाल ही में बीएस येदियुरप्पा ने सीएम पद से इस्तीफा दे दिया, जिसके बाद राज्य के गृहमंत्री और येदियुरप्पा के करीबी बसवराज बोम्मई को राज्य का नया सीएम बनाया गया है। लेकिन सीएम बदलने के बाद भी कर्नाटक बीजेपी में कथित तौर पर चल रही अंदरुनी कलह ज्यों की त्यों बनी हुई है।
भारतीय जनता पार्टी के दिवंगत नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री एच एन अनतं कुमार की पत्नी जो कि कर्नाटक बीजेपी की प्रदेश उपाध्यक्ष भी हैं और उनकी बेटी विजेता अनंत कुमार को जेडीएस में शामिल होने का न्योता मिला है।
जानें क्या है मामला?
अनंत कुमार की बेटी विजेता अनंत कुमार ने पिछले दिनों अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्विट करते हुए जनता दल (सेक्युलर) यानी कि जेडीएस को एक मजबूत राजनीतिक ताकत बताया था। जिस पर एक यूजर ने कमेंट करते हुए कहा कि जेडीएस एक या दो लोकसभा क्षेत्रों में ही एक मजबूत राजनीतिक ताकत है। जिस पर विजेता अनंत कुमार ने रिप्लाई करते हुए कबा कि हर चीज सिर्फ सीटों के संदर्भ में नहीं माफी जा सकती। उनके इस बयान के बाद से ही प्रदेश की सियासत में बवाल मचा हुआ है।
कुमारस्वामी ने दिया जेडीएस में शामिल होने का ऑफर
इसी बीच कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और जेडीएस नेता एचडी कुमारस्वामी ने विजेता अनंत कुमार के कमेंट को लेकर उनका शुक्रिया अदा किया। उन्होंने कहा, मैं उनका अपनी पार्टी और लाखों कार्यकर्ताओं की ओर से शुक्रिया अदा करता हूं। पूर्व सीएम ने कहा, वह (विजेता) और उनकी मां तेजस्विनी अनंत कुमार, जो प्रदेश भाजपा उपाध्यक्ष हैं, अगर शामिल होना चाहें तो पार्टी में उनका स्वागत किया जाएगा।
कुमारस्वामी ने कहा, अगर उनकी मां हमारी पार्टी में आती हैं तो हम उनका अपार खुशी के साथ स्वागत करेंगे, मैं नहीं जानता कि भाजपा ने उन्हें महत्व दिया है या नहीं। उन्होंने कहा, अगर वह और उनकी मां (विजेता और तेजस्विनी) हमारी पार्टी में आती हैं तो हम उनका सम्मान और समर्थन करेंगे।
जनाधार मजबूत करने में अनंत कुमार की थी अहम भूमिका
बताते चले कि बीएस येदियुरप्पा के नेतृत्व में बीजेपी ने कर्नाटक में पहली बार साल 2019 में सरकार बनाई। कर्नाटक में बीजेपी का जनाधार मजबूत करने में येदियुरप्पा के साथ-साथ अनंत कुमार ने भी अहम भूमिका निभाई थी। लेकिन नवंबर 2018 में अनंत कुमार की मृत्यु हो गई।
उसके बाद लोकसभा चुनाव 2019 में बीजेपी ने बेंगलुरु दक्षिण से तेजस्वी सूर्या को अपना उम्मीदवार बना दिया। बीजेपी के इस कदम से उस समय भी तेजस्विनी नाराज बताई जा रही थी क्योंकि इस सीट से अनंत कुमार चुनाव जीतते आ रहे थे।
उसके बाद से ही उन्हें कथित तौर पर कर्नाटक बीजेपी में साइडलाइन किया जा रहा है, जिसे लेकर वह नाराज बताई जा रही है। इसी बीच जेडीएस नेता के ऑफर ने प्रदेश की सियासत में हलचल बढ़ा दी है। अब आने वाले समय में स्थिति क्या होगी, इस पर सभी की नजरें टिकी हुई है।