बिहार की राजनीति में इस वक्त जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पप्पू यादव को लेकर बवाल मचा हुआ है। लॉकडाउन के नियम तोड़ने के आरोप में पप्पू यादव को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है, जिसकी वजह से राज्य की राजनीति में उबाल आ गया।
दरअसल, पप्पू यादव ने तीन दिन पहले ही सांसद मद से खरीदे गए एंबुलेंस के बेकार खड़ा होने की पोल खोली थीं। उन्होंने राजीव प्रताप रूड़ी पर कई गंभीर आरोप भी लगाए थे। अब इसके बाद पप्पू यादव की गिरफ्तारी अपने आप में ही कई बड़े सवाल खड़े करती है।
सहयोगियों ने भी उठाए सवाल
पप्पू यादव की गिरफ्तारी पर जमकर बवाल मचा हुआ है। अपनी गिरफ्तारी को लेकर पप्पू यादव लगातार ट्वीट करते हुए सरकार पर जबरदस्त हमले बोल रहे है। वहीं इस मामले में उन्हें ना सिर्फ विपक्षी पार्टियों का साथ मिल रहा, बल्कि नीतीश सरकार के कुछ साथी भी उन्हें सपोर्ट करते नजर आ रहे हैं। बिहार के पूर्व सीएम जीतनराम मांझी और नीतीश सरकार के मंत्री मुकेश सहनी ने पप्पू यादव की गिरफ्तारी पर सवाल खड़े किए।
मांझी ने कहा- मानवता के लिए खतरनाक
नीतीश सरकार के सहयोगी जीतन राम मांझी ने पप्पू यादव की गिरफ्तारी का विरोध किया। मांझी ने कहा- ‘कोई जनप्रतिनिधि अगर दिन-रात जनता की सेवा करें और उसके एवज़ में उसे गिरफ्तार किया जाए, ऐसी घटना मानवता के लिए खतरनाक है। ऐसे मामलों की पहले न्यायिक जांच हो, तब ही कार्रवाई होनी चाहिए, नहीं तो जन आक्रोश होना लाजमी है।’
मुकेश सहनी ने गिरफ्तारी को बताया असंवेदनशील
वहीं नीतीश सरकार के मंत्री मुकेश सहनी ने इस गिरफ्तारी को असंवेदनशील बताया। उन्होंने कहा कि जनता की सेवा ही धर्म होना चाहिए। सरकार को जनप्रतिनिधि, सामाजिक संस्था एवं कार्यकर्ता को आमजन की मदद के लिए प्रेरित करना चाहिए। जनप्रतिनिधि को भी कोरोना गाइडलाइन का सख्ती से पालन करते हुए कार्य करना चाहिए। ऐसे समय में सेवा में लगे पप्पू यादव को गिरफ्तार करना असंवेदनशील है।
इस पूरे मामले को लेकर पप्पू यादव को RJD का साथ मिला। पार्टी के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने सीएम नीतीश कुमार की तुलना हिटलर से करते हुए कहा कि सरकार के खिलाफ जो आवाज उठाई जा रही हैं, उनको दबाने की कोशिश की जा रही है।
गिरफ्तारी पर ये बोले पप्पू यादव
वहीं अपनी गिरफ्तारी को लेकर पप्पू यादव भी लगातार ट्वीट कर रहे है। उन्होंने एक ट्वीट कर कहा कि नीतीश कुमार उन्हें कोरोना पॉजिटिव कर मारना चाहते हैं। पप्पू यादव ने कहा- ‘नीतीश जी प्रणाम, धैर्य की परीक्षा ना लें। अन्यथा जनता अपने हाथों में व्यवस्था लेगी, तो आपका प्रशासन सारा लॉकडाउन प्रोटोकॉल भूल जाएगा। मेरा एक माह पहले ऑपरेशन हुआ। तब भी अपना जीवन दांव पर लगा जिंदगियां बचा रहे हैं। अभी मेरा टेस्ट हुआ, कोरोना नेगेटिव आया। आप पॉजिटिव कर मारना चाहते हैं।’
नीतीश जी
प्रणामधैर्य की परीक्षा न लें।अन्यथा जनता अपने हाथों में व्यवस्था लेगी,तो आपका प्रशासन सारा लॉकडाउन प्रोटोकॉल भूल जाएगा
मेरा एक माह पहले ऑपेरशन हुआ है।तब भी अपना जीवन दांव पर लगा जिंदगियां बचा रहे हैं।अभी मेरा टेस्ट हुआ,कोरोना निगेटिव आया।आप पॉजिटिव कर मारना चाहते हैं
— Pappu Yadav (@pappuyadavjapl) May 11, 2021
उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा- ‘सरकारों को कोरोना की तीसरी लहर से लड़ने की तैयारी करनी चाहिए, तो पप्पू यादव से लड़ रहे हैं। हमारे साथ सेवा में, जिंदगी बचाने में प्रतिस्पर्धा करो ना! फंसाने और जेल भेजने की साजिश में समय जाया क्यों कर रहे हो? पूरे बिहार में मामला खोज रहे हैं, कैसे फंसाकर अपनी नाकामी छुपाएं।’
सरकारों को कोरोना की तीसरी लहर से लड़ने की तैयारी करनी चाहिए तो पप्पू यादव से लड़ रहे हैं
हमारे साथ सेवा में, मदद में, जिंदगी बचाने में प्रतिस्पर्धा करो न! फंसाने और जेल भेजने की साजिश में समय जाया क्यों कर रहे हो?
पूरे बिहार में मामला खोज रहे हैं,कैसे फंसाकर अपनी नाकामी छुपाएं
— Pappu Yadav (@pappuyadavjapl) May 11, 2021
वहीं कुछ घंटे पहले पप्पू यादव ने एक ट्वीट कर ये भी कहा था कि कोरोना काल में जिंदगियां बचाना अगर अपराध हैं, तो हां मैं अपराधी हूं। पीएम साहब, सीएम साहब..दे दो फांसी या भेज दो जेल, झुकूंगा नहीं, रुकूंगा नहीं। लोगों को बचाऊंगा। बेईमानों को बेनकाब करता रहूंगा।
कोरोना काल में जिंदगियां बचाने के लिए अपनी जान हथेली पर रख जूझना अपराध है, तो हां मैं अपराधी हूं।
PM साहब, CM साहब
दे दो फांसी, या, भेज दो जेल
झुकूंगा नहीं, रुकूंगा नहीं।
लोगों को बचाऊंगा।
बेईमानों को बेनकाब करता रहूंगा!— Pappu Yadav (@pappuyadavjapl) May 11, 2021
क्या है एंबुलेंस से जुड़ा मामला?
गौरतलब है कि बीते दिनों ने पप्पू यादव ने सारण के अमनौर में सामुदायिक केंद्र पहुंचकर वहां दो दर्जन से अधिक एंबुलेंस बिना इस्तेमाल के रखे होने के मामले को उठाया था। ये सभी एंबुलेंस सारण से लोकसभा सांसद राजीव प्रताप रूडी के कोष से खरीदी गई थीं। पप्पू यादव ने एंबुलेंस को जनता को समर्पित नहीं करने और राजीव प्रताप रूड़ी की मंशी को लेकर सवाल खड़े किए थे।
मामले पर सफाई देते हुए राजीव प्रताप रूड़ी ने कहा था कि ड्राइवर नहीं होने की वजह से एंबुलेंस का संचालन नहीं हो सका। साथ ही साथ उन्होंने ये भी कहा था कि अगर पप्पू यादव ड्राइवर की व्यवस्था कर देते हैं, तो संचालन शुर करेंगे। इसके अगले दिन ही पप्पू यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए 40 ड्राइवरों को पेश किया और कहा कि ये लोग एंबुलेंस चलाने के लिए तैयार हैं। पप्पू ने रूडी के खिलाफ केस दर्ज करने की मांग की थी। लेकिन बाद में उनके खिलाफ ही छपरा में केस दर्ज हो गया और आज उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।