बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में नीतीश कुमार के नेतृत्व में जीत हासिल कर एनडीए गठबंधन ने सरकार बनाई। सरकार बनने के बाद से ही प्रदेश की सियासत में बवाल मचा हुआ है। बीजेपी और जदयू के नेता एक दूसरे को निशाने पर ले रहे हैं। तो वहीं, एनडीए गठबंधन में आंतरिक उथल-पुथल को लेकर प्रदेश की प्रमुख विपक्षी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल भी तंज कसने से बाज नहीं आ रही।
हालांकि, सत्तारुढ़ गठबंधन के नेताओं की ओर से बार-बार स्पष्ट रुप से कहा जा रहा है कि प्रदेश की नीतीश सरकार अपने कार्यकाल को पूरा करेगी। इस बीच एनडीए गठबंधन के घटक दल जदयू ने केंद्रीय मंत्रिमंडल में पार्टी की भागीदारी की मांग की है।
NDA का सम्मानित घटक है JDU
जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद आरसीपी सिंह ने कहा है कि केंद्र की राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) सरकार का घटक होने के नाते केंद्रीय मंत्रिमंडल में उनकी पार्टी की भागीदारी स्वभाविक है। बीते दिन रविवार को मीडिया को संबोधित करते हुए उन्होंने यह बात कही। जदयू अध्यक्ष ने कहा, उनकी पार्टी NDA का सम्मानित घटक है। यह स्वाभाविक है कि मंत्रिमंडल विस्तार में पार्टी की भागीदारी होगी।
उन्होंने लोक जनशक्ति पार्टी को लेकर पूछे गए सवाल पर चुप्पी साध ली। आरसीपी सिंह मंत्रिमंडल विस्तार में एलजेपी के शामिल होने के संबंध में प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि ‘इस संबंध में वह नहीं जानते हैं। सिर्फ NDA और JDU के बारे में जानते हैं बाकी से क्या मतलब।‘
बालू फांक रहे आरजेडी के विधायक
जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने प्रदेश की प्रमुख विपक्षी पार्टी आरजेडी को निशाने पर लेते हुए कहा कि ‘लोग आश्वस्त रहें, बिहार की सरकार पूरे 5 साल चलेगी। मुख्य विपक्षी राष्ट्रीय जनता दल (RJD) पिछले 15 वर्षों से बालू फांक रहा है, अभी आगे भी उसका यही हाल रहने वाला है।‘
उन्होंने आगे कहा कि ‘बालू फांकते फांकते राजद के विधायकों के पेट में दर्द हो गया है और इसी से वे कुछ भी बातें करते हैं। राजद के लोग पेड़ पर लगे आम के गिरने का इंतजार कर रहे हैं लेकिन वह इसी उम्मीद में बैठे रह जाएंगे, लेकिन आम नहीं मिलने वाला है।‘