आज से एक साल पहले का वक्त तो आपको याद होगा
ही…22 मार्च 2020 जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक अपील पर पूरे देश की
रफ्तार पर ब्रेक लग गया था। सड़कों पर पूरी तरह सन्नाटा छा गया था। लोग अपने घरों
में कैद हो गए…ये सबकुछ हुआ चीन से फैले कोरोना वायरस की वजह से।
आज से ठीक एक साल पहले आज के दिन जनता कर्फ्यू देश
में लगाया गया था। तब देश में कोरोना ने अपने पैर पसारने शुरू ही किए थे। इसके बाद
25 मार्च से जो लॉकडाउन देश में लगा, वो कई महीनों तक जारी रहा।
360 केस पर लगा था जनता कर्फ्यू
बात पिछले साल की करें तो ऐसे हालातों में जनता
कर्फ्यू लगाया गया था, तब उससे
पहले यानी 21 मार्च 2020 तक देश में कोरोना के महज 360 ही केस थे। वहीं अब बात आज
की करते है। बीते कुछ दिनों से कोरोना के मामलों में एक बार फिर से बढ़ोत्तरी
देखने को मिल रही है। आज देश में एक दिन में 47 हजार के करीब कोरोना केस सामने आए
हैं। तो ऐसे में सवाल ये उठ रहा है कि क्या एक बार फिर से हम पिछले साल की ही तरह
लॉकडाउन की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं?
आज एक दिन में आए इतने हजार केस
देश में कोरोना के एक बार फिर ने जिस स्पीड से
मामले बढ़ रहे है, वो डराने
वाला है। जहां एक वक्त ऐसा आ गया था कि कोरोना के केस में काफी गिरावट देखने को
मिल रही थीं। इसी बीच कोरोना ने यू-टर्न अब ले लिया और पिछले 24 घंटों में 46,951 नए मामले सामने आए । वहीं इस दौरान 212 लोगों ने
अपनी जान भी इस वायरस की वजह से गंवाई।
जब 2020 में आज ही के दिन जनता कर्फ्यू और फिर
उसके बाद लॉकडाउन लगाया गया था। तब हमारे पास इस वायरस की दवाई यानी वैक्सीन नहीं
थीं, जिसकी
चलते हमें ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत थीं। लेकिन आज तो हमारे पास वैक्सीन भी है,
लेकिन फिर भी कोरोना के केस काफी तेजी से बढ़ रहे हैं। यही वजह है
कि अब ‘जब तक दवाई नहीं, तब तक ढिलाई नहीं’ वाला नारा बदलकर ‘दवाई के साथ कड़ाई भी’ हो गया।
कोरोना की डरावनी रफ्तार
अभी सबसे ज्यादा खराब हालात महाराष्ट्र के हैं। इस
राज्य में तो कोरोना ने पिछले साल अपना काफी कहर बरपाया ही था। वहीं एक बार फिर से
महाराष्ट्र में कोरोना के केस काफी तेज स्पीड से बढ़ने लगे है। यहां बीते दिन 30
हजार से ज्यादा कोरोना के नए मामले एक दिन में सामने आए। यानी कुल मामलों में से
30 हजार को अकेले महाराष्ट्र से ही केस सामने आ रहे है।
वैसे सिर्फ महाराष्ट्र ही नहीं कई और राज्य ऐसे है, जहां कोरोना के मामले दोबारा से
बढ़ने लगे। जिसमें पंजाब, केरल, मध्य
प्रदेश, दिल्ली समेत कई दूसरे राज्य शामिल हैं। यहां भी
कोरोना के मामलों में बढ़ोत्तरी देखने को मिल रही है।
अब क्या करेगी सरकार?
अब जब कोरोना के केस इस स्पीड से बढ़ रहे है, तो पाबंदियां भी लौटने लगी। कहीं
पर कहीं लॉकडाउन, कहीं नाइट कर्फ्यू, कहीं
धारा 144 जैसे तरह तरह की पाबंदियां एक बार फिर से लगाई जाने लगी है। लेकिन अब
सबसे बड़ी टेंशन की बात ये है कि देश महीनों तक कोरोना की मार झेलने के बाद फिर से
खुल चुका है। अधिकतर गतिविधियां दोबारा शुरू हो गई हैं। तो ऐसे में सरकार कैसे इन
बढ़ते हुए मामलों पर लगाम लगाएगी..ये इस वक्त की सबसे बड़ी चुनौती है?