बिहार की राजनीति में इस वक्त जबरदस्त बवाल मचा हुआ है। वजह है लालू परिवार में पड़ी फूट। पूर्व सीएम लालू प्रसाद यादव के दोनों बेटों तेजस्वी यादव और तेज प्रताप यादव के बीच लड़ाई फिर से तेज हो रही है। इस बीच RJD के वरिष्ठ नेता शिवानंद तिवारी ने बवाल को और बढ़ा दिया। शिवानंद तिवारी ने हाल ही में एक बड़ा बयान देते हुए कहा कि तेज प्रताप यावद अब RJD का हिस्सा नहीं हैं। उन्होंने अपना नया संगठन बना लिया है।
उनके इस बयान के बाद इस पर चर्चाएं तेज हो गई कि क्या सच में तेज प्रताप को RJD से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया? क्या सच में वो अब पार्टी का हिस्सा नहीं हैं?
शिवानंद के बयान पर ये बोले RJD प्रवक्ता
इसको लेकर कंफ्यूजन बनी हुई है। क्योंकि अब शिवानंद तिवारी के बयान से अलग RJD प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी से भी दूसरा बयान दिया। उन्होंने कहा कि इसके बारे में उन्हें कुछ भी पता नहीं, जिसकी वजह से वो अभी इस पर कुछ भी कहने की स्थिति में नहीं। मृत्युंजय तिवारी बोले कि शिवानंद तिवारी का बयान क्या है, वो जानने के बाद ही कुछ कह सकेंगे।
‘कुछ लोग फूट डालने की कर रहे कोशिश’
इसके अलावा तेज प्रताप यादव के करीबी और छात्र जनशक्ति परिषद के मुख्य प्रवक्ता मोहित शर्मा ने इस पर कहा कि तेज प्रताप किसी भी नेता के कहने पर पार्टी से बाहर नहीं जाएंगे। मोहित शर्मा बोले कि तेज प्रताप RJD की टिकट से चुनाव लड़ा था, जिसे जीतकर वो विधायक बने। पार्टी में मौजूद कुछ लोग परिवार में फूट डालने की कोशिश कर रहे हैं। अगर तेज प्रताप यादव को पार्टी से निकालना है तो उस पर राष्ट्रीय अध्यक्ष बयान देंगे या फिर कोई लेटर जारी करेंगे। यही नहीं मोहित ने तो ये तक आरोप लगाए कि शिवानंद तिवारी बीजेपी के एजेंट हैं। ये वो नेता हैं, जिन्होंने लालू यादव को जेल भेजने का काम किया।
क्या कहा था शिवानंद तिवारी ने?
बता दें कि हाजीपुर में पार्टी के वरिष्ठ नेता शिवानंद तिवारी ने कहा था कि तेजप्रताप पार्टी में हैं कहां? उन्होंने अपना नया संगठन बनाया है। वो पार्टी में नहीं हैं। शिवानंद बोले थे कि उनको पार्टी से निकालने का क्या सवाल हैं। वो खुद ही निष्कासित हो चुके हैं। जो संगठन उन्होंने बनाया, उसमें लालटेन का सिंबल भी लगाया था। उनको तब ही पार्टी ने ये कह दिया पार्टी ने कि वो ये नहीं लगा सकते।
गौरतलब है कि बीते दिनों से तेज प्रताप यादव एक बार फिर अपने भाई तेजस्वी पर हमलावर हो गए। हाल ही में एक बयान देते हुए तेज प्रताप ने तेजस्वी पर निशाना साधा था। उन्होंने दिल्ली में लालू यादव को बंधक बनाने की बात कही थीं। तेज प्रताप ने कहा था कि इन लोगों ने इसलिए मेरे पिता को बंधन बनाया, क्योंकि ये RJD के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने का सपना देख रहे हैं। ये बयान देते हुए तेज प्रताप ने भले ही किसी का नाम नहीं लिया हो, लेकिन उनके बयान से ये साफ है कि उनका निशाना इसके जरिए अपने छोटे भाई तेजस्वी यादव पर ही था।
उनके बयान के बाद बिहार की सियासत एक बार फिर से लालू परिवार की आपसी कलह को लेकर गर्मा गई। ये लड़ाई अब आगे क्या मोड़ लेगी, ये देखने वाली बात होगी।