IPS Ajay Raj Sharma Death: पूर्व आईपीएस अधिकारी अजय राज शर्मा का सोमवार देर रात ग्रेटर नोएडा के एक अस्पताल में 80 वर्ष की आयु में निधन हो गया। वह कई बीमारियों से ग्रस्त थे और 25 जनवरी से अस्पताल में भर्ती थे। उनके पुत्र यश शर्मा ने बताया कि उनके पिता को सांस लेने में कठिनाई हो रही थी और वह मधुमेह तथा उच्च रक्तचाप से भी पीड़ित थे।
प्रारंभिक जीवन और शिक्षा- IPS Ajay Raj Sharma Death
अजय राज शर्मा का जन्म उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले में एक जमींदार परिवार में हुआ था। उन्होंने देहरादून के सेंट जोसेफ एकेडमी से प्रारंभिक शिक्षा प्राप्त की और बाद में इलाहाबाद विश्वविद्यालय से 1965 में स्नातक और परास्नातक की डिग्री हासिल की। 1966 में, उन्होंने अपने पहले प्रयास में संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) की परीक्षा उत्तीर्ण की और भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) में शामिल हुए।
चंबल के डाकुओं के खिलाफ अभियान
1970 के दशक में, चंबल घाटी डाकुओं के आतंक से ग्रस्त थी। अजय राज शर्मा ने लज्जाराम पंडित और कुंवरजी गड़रिया जैसे कुख्यात डकैतों के खिलाफ 22 घंटे लंबी मुठभेड़ का नेतृत्व किया, जो उत्तर प्रदेश पुलिस के इतिहास में एक महत्वपूर्ण घटना थी। इस अभियान ने उन्हें प्रदेश में प्रसिद्धि दिलाई और अपराधियों के बीच पुलिस का खौफ बढ़ाया।
विशेष कार्य बल (एसटीएफ) की स्थापना
1990 के दशक के अंत तक, उत्तर प्रदेश में माफिया राज अपने चरम पर था। श्रीप्रकाश शुक्ला जैसे अपराधी खुलेआम हत्याएं कर रहे थे और यहां तक कि तत्कालीन मुख्यमंत्री कल्याण सिंह की हत्या की सुपारी भी ली गई थी। इस चुनौती का सामना करने के लिए, अजय राज शर्मा ने विशेष कार्य बल (एसटीएफ) का गठन किया, जिसने श्रीप्रकाश शुक्ला को 1998 में नोएडा में एक मुठभेड़ में मार गिराया।
दिल्ली पुलिस आयुक्त के रूप में कार्यकाल
उनकी उपलब्धियों के कारण, तत्कालीन गृह मंत्री लालकृष्ण आडवाणी ने नियमों में बदलाव करके उन्हें 1999 में दिल्ली पुलिस आयुक्त नियुक्त किया। वह पहले अधिकारी थे जिन्हें अन्य कैडर से दिल्ली पुलिस आयुक्त बनाया गया था। अपने कार्यकाल के दौरान, उन्होंने 2001 में संसद पर हुए आतंकवादी हमले जैसे महत्वपूर्ण मामलों को संभाला।
मैच फिक्सिंग स्कैंडल का पर्दाफाश
दिल्ली पुलिस आयुक्त के रूप में, अजय राज शर्मा ने क्रिकेट में हो रही मैच फिक्सिंग की जांच का नेतृत्व किया और इस नेक्सस का पर्दाफाश किया, जिससे भारतीय क्रिकेट में सफाई का मार्ग प्रशस्त हुआ।
सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के महानिदेशक
दिल्ली पुलिस आयुक्त के बाद, उन्होंने सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के महानिदेशक के रूप में भी सेवा की और 2004 में सेवानिवृत्त हुए।
निधन और अंतिम संस्कार
अजय राज शर्मा का 10 फरवरी 2025 को ग्रेटर नोएडा के कैलाश अस्पताल में निधन हो गया। उनके परिवार में पत्नी नीरजा और दो पुत्र गौरव शर्मा और यश शर्मा हैं। उनका अंतिम संस्कार बुधवार को दिल्ली के लोधी रोड श्मशान घाट पर किया जाएगा।
पुलिस सेवा में योगदान
अजय राज शर्मा को एक दृढ़ और समर्पित पुलिस अधिकारी के रूप में याद किया जाएगा, जिन्होंने अपने करियर में अपराध और आतंक के खिलाफ महत्वपूर्ण लड़ाई लड़ी। उनकी नेतृत्व क्षमता और नवाचारों ने भारतीय पुलिस सेवा में एक नई दिशा प्रदान की।