देश में कोरोना के मामले काफी तेजी से बढ़ते जा रहे हैं। पिछले 24 घंटे में 4 लाख से ज्यादा नए मामले सामने आए हैं और साढ़े 3 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है। कई राज्यों में संपूर्ण लॉकडाउन लग गया है तो वहीं, तमाम राज्य पूरी सावधानियां बरत रहे हैं। लोगों से कोविड प्रोटोकॉल फॉलो करने की अपील की जा रही है, मास्क लगाने और सोशल डिस्टेंसिंग मेंटेन करने की सलाह भी दी जा रही है।
हालात लगातार भयावह होते जा रहे हैं। विपक्षी पार्टियां इन हालात के लिए केंद्र सरकार की नीतियों पर लगातार सवाल उठा रही है। तमाम लोग सोशल मीडिया के जरिए और सामने से आकर लोगों की मदद कर रहे हैं। इसी बीच देश की प्रमुख विपक्षी पार्टी भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने लोगों की मदद के लिए हेलो डॉक्टर नाम से एक नई पहल शुरु की है।
‘प्रिय डॉक्टर्स हमें आपकी जरुरत…’
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और केरल के वायनाड़ से सांसद राहुल गांधी ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट करते हुए देशभर के सभी डॉक्टर्स से इस मुहिम में जुड़ने की अपील की है। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, ‘भारत को आज एक साथ खड़े होकर अपने लोगों की मदद करने की जरूरत है। हमने ‘हेलो डॉक्टर’ नाम से एक मेडिकल एडवाइजरी हेल्पलाइन लॉन्च की है। प्रिय डॉक्टर्स और मेंटल हेल्थ प्रोफेशनल्स हमें आपकी जरूरत है।‘ राहुल गांधी ने इस मुहिम से जुड़ने के लिए एक लिंक भी शेयर किया है।
दूसरी ओर कांग्रेस पार्टी की ओर से इस कैंपेन को लॉन्च करते हुए कहा गया कि प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष और डॉक्टर्स से अपील करते हैं कि वो फोन पर कोरोना मरीजों की अपने अनुभव से मदद करें। इस अप्रत्याशित स्वास्थ्य संकट के वक्त में हम सभी से राष्ट्र दया, सहयोग की हम सबसे उम्मीद करता है। अगर आप डॉक्टर हैं तो देश के मरीजों के परामर्श के लिए कृपया AICC के ‘हेलो डॉक्टर इनीशिएटिव’ पर खुद को रजिस्टर करें।
कांग्रेस अध्यक्ष ने व्यक्त की संवेदना
कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने लोगों के प्रति अपनी संवेदना जाहिए की है। उन्होंने कहा है कि ‘कोरोना महामारी के इस चुनौतीपूर्ण समय में आपके व आपके परिवार की सुरक्षा और अच्छे स्वास्थ्य की कामना करती हूं। वह लाखों परिवार जिन्होंने अपने परिजनों को खोया है, उनके प्रति दिल से अपनी संवेदना व्यक्त करती हूं।‘
पिछले दिनों राहुल गांधी ने भी ऐसे लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त की थी। उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा था कि ‘इलाज की कमी के चलते अपने प्रियजन खो रहे देशवासियों को मेरी संवेदनाएं। इस त्रासदी में आप अकेले नहीं हैं, देश के हर राज्य से प्रार्थना व सहानुभूति आपके साथ है। साथ है तो आस है।‘