भारत का श्रीलंका दौरा काफी बेहतरीन रहा। शिखर धवन की कप्तानी में खेली गई पहली वनडे इंटरनेशनल सीरीज में भारत को शानदार जीत मिली। तो वहीं, टी20 सीरीज में टीम को हार झेलनी पड़ी। भारतीय क्रिकेट ऑफ कंट्रोल बोर्ड ने इस दौरे पर कुछ सीनियर खिलाड़ियों के साथ युवा खिलाड़ियों की फौज भेजी थी।
कुछ ने बेहतरीन खेल दिखाया तो कुछ खिलाड़ी नाकाम साबित हुए। कई खिलाड़ियों के लिए यह दौरा टीम इंडिया में वापसी के रास्ते खोल सकता था लेकिन ज्यादातर खिलाड़ी फेल हो गए।
भारत के स्टार बल्लेबाज मनीष पांडे भी उनमें से एक है। मनीष पांडे के लिए यह दौरा खुद को साबित करने के लिए काफी अहम था लेकिन उनके लचर प्रदर्शन को लेकर अब कई तरह के सवाल उठ रहे हैं।
श्रीलंका दौरे पर पांडे का परफॉर्मेंस
3 मैचों की वनडे सीरीज में मनीष पांडे को तीनों मैच में प्लेइंग इलेवन में मौका दिया गया लेकिन वह तीनों मैचों में फ्लॉप रहे। पहले वनडे मुकाबले में पांडे ने 40 गेंदो में 1 चौके और 1 छक्के की मदद से 26 रन बनाए, दूसरे वनडे मुकाबले में उन्होंने 31 गेंदो में 37 रनों का पारी खेली। जबकि तीसरे और आखिरी वनडे मुकाबले में उन्होंने 19 गेंदो में 11 रन बनाए। पांडे को टी20 सीरीज में मौका नहीं मिला।
श्रीलंका के इस दौरे पर मौका मिलने के बावजूद मनीष पांडे पूरी तरह से फ्लॉप दिखे। सोशल मीडिया पर भी लोगों ने उन्हें जमकर ट्रोल किया था। भारत के पास मौजूदा समय में एक से बढ़कर एक बेहतरीन प्लेयर्स है। टीम में जगह बनाने के लिए भी खिलाड़ियों में होड़ लगी रहती है।
ऐसे में अगर किसी खिलाड़ी को मौका मिले और वह मौके को भुनाने में नाकाम रहे तो वहीं से उनके करियर का ग्राफ गिरना शुरु हो जाता है। श्रीलंका दौरे पर मनीष पांडे ने जिस तरीके से प्रदर्शन किया है, उसके बाद से अब इंटरनेशनल क्रिकेट में उनका करियर खत्म होता नजर आ रहा है।
मनीष पांडे का इंटरनेशनल करियर
बताते चले कि मनीष पांडे ने साल 2015 में जिंबाब्वे के खिलाफ भारत के लिए डेब्यू किया था। अपने डेब्यू मैच में ही उन्होंने 86 गेंदों में 71 रनों की पारी खेली थी। साल 2016 में उन्होंने आस्ट्रेलिया के खिलाफ शतक जमाया था, इंटरनेशनल क्रिकेट में यह उनका इकलौता शतक है। उन्होंने भारत के लिए 29 वनडे मैचों की 24 इनिंग में 33 से ज्यादा की औसत से 566 रन बनाए है। वहीं, 39 टी20 मैचों के 33 इनिंग में 44 से ज्यादा की औसत से 709 रन बनाए है। जिसमें 3 अर्धशतक शामिल है।