चीन और पाकिस्तान, भारत के दो बड़े पड़ोसी देश हैं लेकिन
भारत के साथ इनके संबंध पड़ोसी वाले तो कतई नहीं हैं. आतंकी पाकिस्तान के कुकृत्य,
उसकी मंशा और उसकी विकृत महत्वाकांक्षाओं के कारण भारत पहले ही पूर्ण रूप से उसका बॉयकॉट
कर चुका है. उसे पोषित करने वाले चीन के साथ भी भारत का रवैया पिछले कुछ वर्षों
में 360 डिग्री पलट चुका है. चीन को लेकर लंबे समय तक नरम रूख रखने वाला भारत अब
पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के नेतृत्व में वैश्विक स्तर पर चीन की बैंड बजाता है, उसे
ललकारता है, उसकी क्लास लगाता है.
दो ओर से दो दुश्मनों से घिरे होने के बावजूद भारत की शक्ति
आज पूरी दुनिया देख रही है. भारत की अर्थव्यव्सथा की रफ्तार चीन और पाकिस्तान,
दोनों की नींद उड़ा चुकी है. मौजूदा समय में एशिया में चीन के वर्चस्व को भारत ही
चुनौती दे रहा है. हालांकि, भारत की बढ़ती ताकत और दुनिया में बढ़ती पकड़ के कारण
दुश्मन देशों की नींद हराम हो चुकी है और उसी का परिणाम है कि ये कुंठित देश अपने
नए-नए षड्यंत्रों के जरिए भारत को परेशान करने का प्रयास करते रहते हैं.
इसी बीच अमेरिकी खुफिया एजेंसियों (US intel on India) की एक रिपोर्ट सामने आई
है, जिसमें यह स्पष्ट रूप से कहा गया है कि अगर पाकिस्तान और चीन, भारत को छेड़ने
का प्रयास करते हैं तो अब उन्हें तगड़ा अंजाम भी भुगतने के लिए तैयार रहना चाहिए.
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घर में घुसकर मारेगा भारत
दरअसल, अमेरिकी खुफिया एजेंसियों ने बीते बुधवार को
कांग्रेस (पार्लियामेंट) में पेश किए गए अपने वार्षिक रिपोर्ट में यह जानकारी दी
है. रिपोर्ट में कहा गया है कि अगर पाकिस्तान की ओर से उकसाने वाली कार्रवाई होती
है तो पहले की सरकारों की तुलना में पीएम नरेंद्र मोदी की सरकार द्वारा सैन्य जवाब
दिए जाने की संभावना अधिक है.
हालांकि, रिपोर्ट में इसे लेकर चिंता भी जताई गई है.
रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान और भारत के बीच तनाव बढ़ना चिंताजनक है. इससे परमाणु
हथियारों से संपन्न दो देशों के बीच लड़ाई शुरू हो सकती है.
रिपोर्ट में कहा गया है कि पाकिस्तान (Pakistan) लंबे समय से भारत के
खिलाफ काम कर रहे आतंकी समूहों को सपोर्ट कर रहा है. पीएम मोदी के नेतृत्व में
भारत द्वारा पाकिस्तान के उकसाने पर सैन्य बल के साथ जवाब देने की संभावना पहले की
तुलना में अधिक है. यानी यह स्पष्ट है कि अगर अब पाकिस्तान, भारत को तंग करने का
प्रयास करेगा तो भारत घर में घुसकर मारेगा!
आतंकवाद और बातचीत एकसाथ संभव नहीं
आपको बताते चलें कि भारत-पाकिस्तान (India-Pakistan clash) के बीच वर्ष
2021 की शुरुआत में नियंत्रण रेखा (LOC) पर संघर्ष
विराम हुआ था, जिसके बाद से सीमा पर दोनों ओर से गोलीबारी नहीं हुई है. पाकिस्तान
की ओर से लगातार भारत से बातचीत करने की बात कही जा रही है लेकिन भारत का कहना है
कि जब तक पाकिस्तान, पूर्ण रूप से आतंकवाद पर शिकंजा नहीं कसता, तब तक बातचीत करने
की कोई संभावना ही नहीं है. आतंकवाद और बातचीत एक साथ नहीं चल सकते.
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चीन भी निशाने पर
वहीं, अमेरिकी खुफिया एजेंसियों की इस रिपोर्ट में भारत-चीन (India-China controversy) के बीच चल रहे तनाव पर भी प्रकाश डाला गया है. रिपोर्ट में कहा गया है कि एलएसी पर चीन और भारत के बीच तीन
साल से तनाव बना हुआ है. दोनों ओर से बड़ी संख्या में सैनिकों की तैनाती
की गई है. यहां दोनों देशों के सैनिकों के बीच हुई छोटी
झड़प के बड़ी लड़ाई में बदलने का खतरा है. दोनों देश परमाणु हथियारों से लैस
हैं,
इसलिए
चिंता और बढ़ गई है.
इसलिए चीन को हो रही है समस्या
दूसरी ओर चीन और भारत के बीच सीमा पर बढ़े तनाव
के कई कारण है. पहला कारण तो चीन की विस्तारवादी नीति और उसकी सलामी स्लाइसिंह
नीति है. सलामी स्लाइसिंग (Salami Slicing) का मतलब यह है कि किसी भी क्षेत्र पर अपना दावा ठोक-ठोक
कर पहले उसे विवादित बनाओ और फिर कुछ समय बाद उसे अपना बता दो. चीन अपनी
विस्तारवादी नीति को साकार करने के लिए सलामी स्लाइसिंग नीति का प्रयोग करता है.
पहले वह किसी भी क्षेत्र पर अपना दावा ठोक कर उसे विवादित बनाता है और बाद में उसे
अपने कब्जे में लेने हेतु कार्रवाई करता है.
इसके अलावा वैश्विक स्तर पर बढ़ रहे भारत के कद
से भी चीन की हालत पस्त है. मौजूदा समय में दुनिया भारत की सुन रही है. भारत के
पीछे तमाम देश भाग रहे हैं, जो महाशक्ति का सपना पाले चीन के लिए खतरे की घंटी है.
वहीं, भारत द्वारा चीन की नीतियों के विरुद्ध दुनिया के तमाम देशों को एकजुट करने
के कारण भी जिनपिंग तिलमिलाए हुए हैं. इसलिए सीमा पर तनाव का माहौल बना हुआ है. (US Intel on India China)
पिछले कुछ वर्षों में चीनी सैनियों की ओर से
घुसपैठ की कोशिशें भी की गई हैं लेकिन हर बार भारत ने उनकी जमकर धुलाई की है.
गलवान के बाद अब तवांग का उदाहरण आपके सामने है. इसके साथ ही भारत सरकार ने यह
स्पष्ट संकेत भी दे दिया है कि अगर किसी ने छेड़ने का प्रयास किया तो उसे छोड़ा
नहीं जाएगा.
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