पांच चुनावी राज्यों के नतीजे घोषित हो चुके हैं। पांच में से चार राज्यों उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर में BJP की सरकार ने दमदार वापसी की। वहीं पंजाब के नतीजों में बड़ा उलटफेर देखने को मिला। पंजाब की सत्ता से जनता को कांग्रेस को बेदखल कर दिया और आम आदमी पार्टी को पूर्ण बहुमत मिला। चुनाव के नतीजों से बीजेपी गदगद है। पार्टी के तमाम कार्यकर्ता इस वक्त जश्न मनाने अपनी जीत का जश्न बना रहे हैं।
हालांकि इस बीच इन प्रदेशों से लेकर दिल्ली तक BJP की बैठकों का सिलसिला भी शुरू हो चुका है। चुनाव नतीजे आने के बाद एक बड़ा सवाल ये है कि पार्टी आलाकमान इस बार इन राज्यों में किसे मुख्यमंत्री के तौर पर चुनेगा? क्या नेतृत्व इन राज्यों के मुख्यमंत्रियों को एक बार फिर मौका देगा, या फिर कोई बड़ा बदलाव हमें इसमें देखने के लिए मिल सकता है?
दूसरी बार योगी संभालेंगे कमान
सबसे पहले बात देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश की कर लेते हैं। यूपी की सत्ता में BJP की एक बार फिर से पूर्ण बहुमत के साथ शानदार वापसी हुई। मोदी-योगी का मैजिक यहां चलता हुआ दिखा। 403 विधानसभा सीटों वाले उत्तर प्रदेश में 255 सीटें BJP गठबंधन के खाते में गई। नतीजों से साफ है कि यूपी की जनता ने एक बार फिर योगी सरकार पर भरोसा जताया है। यूपी के सीएम की बात करें तो इसमें कोई कंफ्यूजन नहीं। योगी आदित्यनाथ ही एक बार फिर यूपी की कमान संभालने जा रहे है।
उत्तराखंड में धामी या कोई और?
अब बात करते हैं उत्तराखंड की। उत्तराखंड में बड़ी जीत हासिल करके BJP ने इतिहास रच दिया। दरअसल, उत्तराखंड में एक ट्रेंड चला आ रहा था। साल 2000 में इस राज्य के गठन के बाद से ही यहां हर 5 साल में सरकार बदलती है। लेकिन इस बार ऐसा नहीं हुआ। BJP ने भले ही 5 सालों के अंदर बार-बार मुख्यमंत्री बदले। बावजूद इसके पार्टी की सत्ता में वापसी हुई। BJP ने राज्य की 70 सीटों में से 47 पर अपना कब्जा जमाया।
लेकिन उत्तराखंड में मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर बड़ा संस्पेंस बना हुआ है। देवभूमि में भले ही BJP पूर्ण बहुमत हासिल कर जीत गई हो, लेकिन मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को यहां हार का सामना करना पड़ा। धामी खटीमा सीट से चुनाव हार गए। जिसके बाद सवाल बना हुआ क्या एक हारे हुए मुख्यमंत्री को BJP फिर से मौका देगी?
धामी को चुनाव से कुछ महीनों पहले ही मुख्यमंत्री बनाया गया था। 4 साल तक त्रिवेंद्र सिंह रावत राज्य की कमान संभाल रहे थे। उनको हटाकर बीजेपी ने तीरथ सिंह रावत को मौका दिया। लेकिन कुछ समय बाद ही पार्टी ने फिर बदलाव किया और धामी को मुख्यमंत्री बनाया था।
अब खटीमा से हारने के बाद बीजेपी आलाकमान एक बार फिर धामी को मौका देगा या नहीं, ये देखने वाली बात होगी। उत्तराखंड में सीएम बनने की रेस में धन सिंह रावत, सतपाल महाराज और त्रिवेंद्र सिंह रावत जैसे नाम सामने आ रहे हैं।
गोवा में प्रमोद सावंत फिर बनेंगे सीएम?
40 विधानसभा वाले गोवा में BJP की दोबारा सत्ता में वापसी होगी। पार्टी ने यहां 20 सीटों पर जीत हासिल की है। बहुमत का आंकड़ा 21 है। 3 निर्दलीय विधायकों के समर्थक के बाद BJP गोवा में सरकार बनाएगी। गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत कम अंतर के साथ ही लेकिन सांकेलिम सीट से जीत हासिल की। ऐसे में गोवा में BJP प्रमोद सावंत को एक बार फिर मौका देती है या नहीं ये देखने वाली बात होगी।
मणिपुर में बीरेन सिंह को मिलेगा मौका?
मणिपुर में भी BJP ने लगातार दूसरी बार सत्ता में वापसी की। इसके साथ ही यहां पार्टी का प्रदर्शन पिछले चुनाव की तुलना में बेहतर भी हुआ है। मणिपुर में 60 विधानसभा सीट है, जिनमें से 32 सीटों पर जीत मिली। जबकि पिछली बार पार्टी को 21 सीट ही जीत पाई थीं। मणिपुर के मौजूदा सीएम एन. बीरेन सिंह का प्रदर्शन भी अब तक ठीक रहा है। ऐसे में बीजेपी एक बार फिर उनको मौका दे सकती है।