भारत में ट्रेन दुर्घटनाओं को रोकने के लिए अब नई-नई तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है, जिससे लोग बिना किसी चिंता के ट्रेन से यात्रा कर सकें। लेकिन हाल ही में उत्तर प्रदेश के इटावा के पास एक ट्रेन हादसा होते-होते टल गया। इस हादसे को रोकने के लिए तकनीक नहीं बल्कि लोको पायलट का दिमाग काम आया। दरअसल, इटावा के पास आगरा डिवीजन के अंतर्गत आने वाला उदी मोड़ रेलवे स्टेशन पर ड्यूटी के दौरान स्टेशन मास्टर को नींद आ गई। उसी समय वहां से गुजर रही कोटा-पटना एक्सप्रेस को सिग्नल नहीं मिलने के कारण लोको पायलट ने रास्ते में ही ट्रेन में ब्रेक लगा दिया। सिग्नल न मिलने से ट्रेन करीब आधे घंटे तक खड़ी रही। इस दौरान लोको पायलट ने कई बार हॉर्न बजाया। इससे स्टेशन मास्टर नींद से जागे और उन्होंने हरी झंडी दी जिसके बाद ही ट्रेन आगे बढ़ सकी।
देर रात का है मामला
रेलवे अधिकारियों से मिली जानकारी के मुताबिक, ट्रेन को सिग्नल नहीं मिलने के कारण देरी होने का पूरा मामला शुक्रवार देर रात का है। उदी मोड़ स्टेशन इटावा से पहले छोटा लेकिन महत्वपूर्ण स्टेशन है क्योंकि आगरा के साथ-साथ झाँसी से प्रयागराज जाने वाली ट्रेनें भी इसी स्टेशन से होकर गुजरती हैं। 3 मई, शुक्रवार की रात कोटा से पटना जा रही ट्रेन संख्या 13238 कोटा-पटना एक्सप्रेस रात करीब 2.15 बजे उदी मोड़ स्टेशन से बिना रुके गुजरने वाली थी, लेकिन ग्रीन सिग्नल नहीं मिलने के कारण ट्रेन को यहीं रुकना पड़ा। इस पर ट्रेन क्रू ने इस घटना की जानकारी उच्च अधिकारियों को दी। स्टेशन पर सहायक के रूप में स्टेशन मास्टर दिलीप चौधरी व प्वाइंट मैन रविकांत ड्यूटी पर मौजूद थे।
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मामले की जानकारी अधिकारियों को हुई तो आनन-फानन में 30 मिनट बाद सिग्नल क्लियर कराया गया। इसके बाद ट्रेन अपने निर्धारित समय से एक घंटा 10 मिनट की देरी से दोपहर 3.39 बजे इटावा जंक्शन पहुंची।
स्टेशन मास्टर के खिलाफ कारण बताओ नोटिस जारी
ट्रेन चालक की रिपोर्ट पर रेलवे के उच्च अधिकारियों ने ड्यूटी पर तैनात स्टेशन मास्टर को लापरवाही बरतने के आरोप में कारण बताओ नोटिस जारी किया है। घटना को लेकर आगरा रेलवे मंडल की जनसंपर्क अधिकारी (पीआरओ) प्रशस्ति श्रीवास्तव ने कहा, ‘हमने स्टेशन मास्टर को आरोप पत्र जारी किया है और अनुशासनात्मक कार्रवाई की जा रही है.’
स्टेशन मास्टर ने अपनी गलती मानी
वहीं, इस मामले में स्टेशन मास्टर ने अपनी गलती स्वीकार कर ली है। उन्होंने बताया कि घटना के वक्त वह स्टेशन पर अकेले थे। उनके साथ ड्यूटी पर तैनात प्वाइंट्समैन उस समय ट्रैक निरीक्षण के लिए गया था। मामले की गंभीरता को देखते हुए डीआरएम तेज प्रकाश अग्रवाल ने कर्तव्य के प्रति प्रतिबद्धता जताने का आदेश जारी किया है।
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