साल 2022 की मुसलमानों की हज (Hajj) की पवित्र यात्रा 7 जुलाई से शुरू हो गई है। कोरोना प्रतिबंधों की वजह से दो साल के अंतराल के बाद इस बार दुनिया भर के मुस्लिम हज (Hajj 2022) के लिए सऊदी अरब पहुंचे हैं। बता दें, कोरोना की वजह से बीते दो साल 2020 और 2021 में हाजियों की संख्या सीमित कर दी गई कई थी। इस बार तमाम एहतियातों के साथ सऊदी अरब में हज तीर्थयात्रा शुरू की गई है। सऊदी सरकार (Saudi Arab) के लिए हज न केवल उसकी इस्लामिक दुनिया में उसकी महत्वपूर्णता को दर्शाता है। बल्कि हज यात्रा से अरबों डॉलर की कमाई भी होती है। इस बार हज में करीब 10 लाख यात्री जाएंगे। लेकिन कोरोना से पहले साल 2019 में 25 लाख मुसलमान हज यात्रा के लिए गए थे। सऊदी अरब ने 2030 तक हर साल हज के लिए 67 लाख लोगों को बुलाने का टारगेट रखा है। 2012 में बीते दस सालों में सबसे अधिक हाजी हज करने पहुंचे थे।
हज यात्रा क्या है
हज एक तीर्थयात्रा है, जिस पर पूरी तरह से सऊदी अरब का एकाधिकार है। इस्लाम के दो सबसे महत्वपूर्ण तीर्थस्थल मक्का और मदीना सऊदी अरब में हैं और दुनियाभर के करीबी दो अरब मुसलमान अपनी पूरी जिंदगी में एक न एक बार इन दोनों जगहों की यात्रा जरूर करना चाहते हैं। हज और उमराह मंत्रालय के आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, 2021 में 58,745 लोग हज पर गए थे। हर मुसलमान के लिए हज की यात्रा बेहद सबाब का काम मानी जाती है। हर साल हज के लिए लाखों लोग आवेदन करते हैं और खुशनसीब लोग हज पर मजने का अवसर मिलता है। हज पर जाने के लिए सबसे पहले आपको अप्लाई करना होता है और फिर तय नंबर के आधार पर नाम सेलेक्ट किए जाते हैं। इसके बाद 25 फीसदी फीस के साथ दस्तावेज जमा करने होते हैं और फिर हज कमेटी की ओर से वीजा, टिकट आदि का इंतजाम किया जाता है। पूरी हज यात्रा में 40 दिन लगते हैं। इस दौरान कई परंपराओं को पूरा किया जाता है। इस बार योगी सरकार ने 70 साल से अधिक आयु वाले लोगों को हज यात्रा में राहत दी है।
हज से सऊदी अरब की कमाई
कई दशकों से हज (Hajj) यात्रा सऊदी सरकार (Saudi Arab) के लिए अरबों डॉलर का मुनाफा लेकर आता है। इस दौरान सऊदी के कई उद्योग धंधों को अच्छी कमाई करने का मौका मिल जाता है। सऊदी एयरलाइंस, होटल, रेस्तरां , शॉपिं ग मॉल्स और ट्रांसपोर्टेशन सेक्टर सहित कई उद्योगों को इससे काफी फायदा होता है। बता दें , साल 2019 में हज से सऊदी सरकार को 12 अरब डॉलर से अधिक की कमाई हुई। इसमें से हज से 8 अरब डॉलर और उमराह से 4 अरब डॉलर की बड़ी कमाई हुई। यह कमाई सऊदी अरब की जीडीपी का सात प्रतिशत है और गैर-पेट्रोलियम जीडीपी का 20 फीसदी है। हज के लिए मौजूदा समय में सरकार ने स्थानी य परिवहन और इन्फ्रास्ट्रक्चर में 51.2 अरब डॉलर का निवेश किया है, जिससे एक लाख से अधिक रोजगारों के सृजन की उम्मीद जताई जा रही है। मास्टरकार्ड के नवीनतम ग्लोबल डेस्टिनेशन सिटीज इंडेक्स के अनुसार, 2018 में मक्का ने पर्यटकों के जरिए 20 बिलियन डॉलर का ट्रांजेक्शन किया था। यहां आंकड़ा दुबई के बाद दूसरे नंबर पर है।
सऊदी का तीर्थयात्रा राजस्व 30 बिलियन डॉलर से ज्यादा
कोरोना महमारी से पहले सऊदी अरब का तीर्थयात्रा राजस्व औसतन लगभग 30 बिलियन डॉलर प्रति वर्ष था। तब 2022 तक सउदी के लिए 100,000 रोजगार पैदा करने का अनुमान लगाया गया था। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, महामारी से पहले हर साल 10-दिवसीय हज (Hajj) और उमराह तीर्थयात्रा के लिए सऊदी अरब में 2 करोड़ 10 लाख तीर्थयात्री हर साल पहुंचते थे। हालाँकि कोरोना महामारी के दौरान तीर्थयात्रियों की संख्या में काफी कमी आई है। लेकिन सरकार 2030 तक हर साल 3 करोड़ तीर्थयात्रियों को आकर्षित करने की प्लानिंग कर रही है। (Saudi Arab) को इस बार की हज यात्रा (Hajj 2022) से काफी अच्छी कमाई के आसार हैं।