उत्तर प्रदेश के हमीरपुर से किसानों के साथ धोखाधड़ी की एक बड़ी खबर आ रही है। यहां अधिकारियों की लापरवाही के चलते ओलावृष्टि से बर्बाद हुई फसल का मुआवजा गलत खातों में ट्रांसफर हो गया है। जिससे किसानों को अपना मुआवजा मिलने में दिक्कत आ सकती है। मुआवजे की कुल रकम 15 लाख रुपये से ज्यादा बताई जा रही है। इस पूरे मामले पर सफाई देते हुए एसडीएम का कहना है कि उनकी आईडी हैक हो गई थी। हैकर ने पैसे इधर से उधर ट्रांसफर कर दिए।
ये है पूरा मामला
आरोप है कि हमीरपुर के 750 किसानों को सरकारी मुआवजा के तौर पर मिलने वाली रकम महाराजगंज और गोरखपुर के लोगों के खातों में ट्रांसफर कर दी गई। खुद एसडीएम सदर ने भी माना है कि करीब 15.50 लाख रुपये दूसरे खातों में चले गए हैं। एसडीएम सदर पवन प्रकाश पाठक के मुताबिक बदमाशों ने उनकी आईडी हैक कर लोगों को परेशान करने की कोशिश की है। 4 अगस्त को उन्होंने साइबर थाने में अज्ञात लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी, विश्वासघात, दूसरों को नुकसान पहुंचाने और संचार के जरिए धोखा देने समेत कई धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया था। हालांकि अभी तक ऐसी कोई घटना सामने नहीं आई है, लेकिन साइबर थाने के प्रभारी ने कल बताया कि ऐसा लगता है कि कुछ छिपाने की कोशिश की जा रही है।
हमीरपुर सदर के एसडीएम के अनुसार, ओलावृष्टि से प्रभावित किसानों को अनुदान देने के लिए लेखपालों ने अपनी लॉगिन आईडी से ऑनलाइन जानकारी दी थी। हर चरण पर स्वीकृति मिलने के बाद किसानों के खाते में ऑनलाइन भुगतान किया गया, लेकिन फीडिंग में त्रुटि के कारण भुगतान वापस आ गया।
अधिकारियों ने दी जानकारी
अधिकारी ने बताया कि ऑफलाइन डेटा दिया गया था और भुगतान वापस आने के बाद उसे बदल दिया गया। रिटर्न लिस्ट में शामिल कई किसानों के अकाउंट नंबर बदल दिए गए, हालांकि किस हद तक यह अनिश्चित है। इस घोटाले को अंजाम देने के लिए एसडीएम की आईडी हैक की गई थी। पता चला है कि महाराजगंज और गोरखपुर के खातों में अधिकांश धनराशि प्राप्त हुई है। एसडीएम सदर के अनुसार जांच चल रही है, उन्होंने बताया कि करीब 750 किसानों के 15.50 लाख रुपये गलत खातों में चले गए।
लेखपाल को किया निलंबित
एडीएम वित्त एवं राजस्व विजय शंकर तिवारी की ओर से एक जुलाई को भेजे गए पत्र में सदर और मौदहा तहसील के एसडीएम और तहसीलदार को ओलावृष्टि से प्रभावित किसानों के बैंक खातों में कोषागार से भेजी गई धनराशि की पुष्टि करने को कहा गया है। सुमेरपुर के पंधरी गांव के 11 किसानों की पहचान होने पर लेखपाल प्रदीप यादव को प्रथम दृष्टया दोषी मानते हुए निलंबित कर दिया गया है। साथ ही इन खेतों के बारे में जानकारी के लिए एसडीएम और तहसीलदार से संपर्क किया गया है।
बात दें, जिले में 20 फरवरी और 3 मार्च 2023 को हुई ओलावृष्टि ने सदर और मौदहा तहसील के किसानों को तबाह कर दिया था। सदर और मौदहा क्षेत्र के 53 गांवों में फसलों को 90 फीसदी नुकसान हुआ था।
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