देश में कोरोना का कहर जारी है। पिछले 24 घंटे में कोरोना के 2.11 लाख नए मामले सामने आए हैं और संक्रमण के कारण 3800 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है। देश के कई राज्यों में पॉजिटिविटी रेट में काफी गिरावट देखने को मिली है।
लेकिन कुछ राज्यों में हालात अभी भी बदतर बने हुए है। कई राज्यों ने पूर्ण लॉकडाउन लगा रखा है। उम्मीद जताई जा रही है कि 1 जून से कुछ प्रतिबंधों के साथ राज्य लॉकडाउन खोलने पर विचार कर सकते हैं।
बीजेपी शासित गुजरात में पिछले दिनों हालात काफी बदतर हो गए थे। अब स्थिति में थोड़ा सुधार देखा जा रहा है। इसी बीच गुजरात हाई कोर्ट ने प्रदेश की बीजेपी सरकार को कोरोना वायरस की तीसरी और चौथी लहर की संभावना को देखते हुए स्वास्थ्य ढ़ांचे को बढ़ाए जाने की सलाह दी है।
गुजरात हाई कोर्ट ने की टिप्पणी
गुजरात हाई कोर्ट ने कहा ऐसा करना इसलिए भी जरूरी है क्योंकि लोग फेस मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग और सैनिटाइजेशन जैसे नियमों का पालन नहीं करने जा रहे हैं। चीन जैसा अनुशासन भारत में लागू नहीं किया जा सकता है। कोर्ट ने गुजरात सरकार से किसी नई लहर से निपटने के लिए इन्फ्रास्ट्रक्चर और चिकित्सा सुविधाओं को बढ़ाने को कहा। कोर्ट ने गुजरात में कोविड-19 की स्थिति और अन्य संबंधित मुद्दों पर दायर एक जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए यह टिप्पणी की।
कोर्ट ने आगे कहा, ‘इस तरह की तीसरी और चौथी लहर को लेकर क्या? तीसरी लहर के बाद चौथी लहर आएगी, क्योंकि राज्य के लोग मास्क पहनने, सोशल डिस्टेंशिंग और स्वच्छता जैसे नियमों का पालन नहीं करने जा रहे हैं। इस देश में कोई ऐसा नहीं करने जा रहा है, इसलिए हर छह महीने पर एक लहर आएगी।‘
‘भारत की तुलना केवल चीन से हो सकती है’
खबरों के मुताबिक जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए हाई कोर्ट ने एडवोकेट जनरल कमल त्रिवेदी से कहा कि इस समझ के साथ आपको खुद को तैयार रखना होगा। जिसपर कमल त्रिवेदी ने भारत की तुलना यूरोपीय देशों से करते हुए कहा कि सात विकसित देशों में संयुक्त रूप से महामारी की वजह से अधिक मरीज और मौतें हुई हैं।
उनके इस बयान पर कोर्ट ने कहा कि भारत की तुलना केवल चीन के साथ हो सकती है। कोर्ट ने कहा, ‘आपको चीन के साथ तुलना करनी होगी। यह तुलना योग्य नहीं है। जिस तरह का अनुशासन वहां लागू हुआ वह यहां सभव नहीं है। इसलिए चिकित्सा सुविधा को बढ़ाइए।‘
राज्य में अब तक 9700 से ज्यादा मौतें
बता दें, गुजरात में पिछले 24 घंटे में 3 हजार के करीब नए मामले सामने आए हैं और संक्रमण के कारण 36 लोगों की मौत हुई है। स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक राज्य में एक्टिव मामलों की संख्या 55,548 पहुंच गई है। अभी तक राज्य के 7 लाख 32 हजार लोग पूरी तरह से ठीक हो चुके हैं। राज्य में संक्रमण के कारण अभी तक 9700 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।