नोएडा की एक कंपनी के यहां GST की टीम ने छापेमारी की। ये रेड 32 करोड़ रुपये के हेरफेर के मामले को लेकर मारी गई। कंपनी नोएडा के सेक्टर 63 में स्थित है। कंपनी की हरियाणा, बिहार, उड़ीसा समेत अन्य राज्यों में शाखाएं हैं। मिली जानकारी के मुताबिक कंपनी फर्जी तरीके से इनपुट टैक्स क्रेडिट (ITC) लेकर सरकार के साथ करोड़ों रुपए की धोखाधड़ी कर रही थी। जिसके बाद बीते हफ्ते इस पर एक्शन लिया गया और केंद्रीय GST टीम ने वहां छापा मारा। मामले की जांच अब पूरी हुई है। इसके बाद GST विभाग ने कंपनी से 5.50 करोड़ रुपये जमा करवाए। साथ ही बाकी की धनराशि जांच चल रही है।
सेंट्रल GST नोएडा के ज्वाइंट कमिश्नर दर्पण अमरावंशी के मुताबिक 15 करोड़ के फर्जी बिल दिखाकर पैसे वसूलने (आईटीसी) और 17 करोड़ रुपये की GST चोरी करने की मिली थी, जिसके बाद कस्टम एवं सेंट्रल जीएसटी जोन मेरठ के अधिकारियों ने बीते शुक्रवार को छापा मारा। इसके बाद इसमें ये गड़बड़ी सामने आई।
वहीं CGST नोएडा की प्रधान आयुक्त रेनू के. जगदेव ने कहा कि ये कंपनी दूसरी कंपनियों को कर्मचारियों की आपूर्ति करती है। इसका करोड़ों रुपये का टर्न ओवर है। यहां टैक्स चोरी और फर्जी बिल बनाकर कमाई करने की खुफिया जानकारी मिली थी, जो जांच में सही पाई गई। कंपनी के निदेशक ने गलती मानते हुए 5.50 करोड़ रुपये जमा करा दिए। कंपनी से ब्याज और जुर्माना भी वसूला जाएगा।