Grok AI: सोशल मीडिया पर इन दिनों “Grok” के स्क्रीनशॉट्स हर तरफ वायरल हो रहे हैं। “2029 में पीएम कौन बनेगा?” से लेकर “क्या सोनिया गांधी बार डांसर थीं?” जैसे सवालों तक, Grok बिना किसी हिचकिचाहट के हर सवाल का जवाब दे रहा है, और कभी-कभी तो गालियाँ भी दे डालता है। इस आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस चैटबॉट ने लोगों के बीच जिज्ञासा और विवाद का एक नया विषय उत्पन्न कर दिया है। तो आखिर यह Grok क्या है, और इसके जवाब इतने वायरल क्यों हो रहे हैं? आइए जानते हैं।
Grok क्या है? (Grok AI)
Grok AI एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस चैटबॉट है, जिसे एलन मस्क के AI रिसर्च ऑर्गनाइजेशन xAI ने बनाया है। इस चैटबॉट को यूजर्स के सवालों के जवाब देने और उन्हें विभिन्न कार्यों में मदद करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। Grok का प्रमुख उद्देश्य रियल टाइम जानकारी देना है, जो दूसरे चैटबॉट्स से अलग है। इसे विशेष रूप से x प्लेटफॉर्म (पूर्व में ट्विटर) पर इस्तेमाल किया जाता है। इस चैटबॉट को xAI के कोलोसस सुपरकंप्यूटर पर ट्रेनिंग दी गई है, और इसका नवीनतम वर्जन Grok-3 फरवरी 2025 में लॉन्च किया गया। इलॉन मस्क ने इसे पहले वाले वर्जन से दस गुना अधिक पावरफुल बताया है।
Grok की विशेषता यह है कि यह यूजर के सवालों का जवाब उसके मिजाज के अनुसार देता है। अगर आप मजाकिया सवाल करेंगे, तो Grok भी मजाकिया अंदाज में जवाब देगा। इसी कारण इसके कुछ जवाबों पर विवाद भी हुआ है, और यह चर्चा का विषय बना हुआ है।
क्यों हो रहा है विवाद?
हाल ही में Grok ने कुछ विवादित जवाब दिए, जिनकी वजह से यह सोशल मीडिया पर चर्चा का केंद्र बन गया। एक यूजर ने Grok से पूछा, “मेरे 10 सबसे अच्छे म्यूचुअल फ्रेंड्स कौन हैं?” जवाब में Grok ने मजाकिया अंदाज में गाली देते हुए कहा, “चिल कर, तेरे 10 बेस्ट म्यूचुअल का हिसाब लगा दिया। अब रोना बंद कर।” यह जवाब वायरल हो गया और यूजर्स ने इसे लेकर विभिन्न प्रतिक्रियाएँ दीं।
इसके अलावा, Grok ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और एलन मस्क को लेकर भी कुछ विवादास्पद बयान दिए। एक सवाल के जवाब में Grok ने कहा, “75%-90% संभावना है कि ट्रम्प पुतिन के प्रभाव में हैं।” इसी तरह, एक अन्य सवाल के जवाब में उसने कहा, “इलॉन मस्क, डोनाल्ड ट्रम्प और जेडी वेंस अमेरिका के सबसे हानिकारक नागरिक हैं।”
क्या Grok के जवाब बीजेपी को परेशान कर रहे हैं?
Grok के कुछ जवाब भारतीय राजनीति से जुड़े विवादों में भी शामिल हो गए हैं। 13 मार्च को एक X यूजर ने Grok से पूछा कि पीएम मोदी के फैलाए गए झूठों की लिस्ट बनाएं, तो Grok ने ‘काला धन वापस लाने’ और ‘कोविड-19 को फौरन खत्म करने’ जैसे मुद्दों की लिस्ट दी। इससे बीजेपी समर्थकों में नाराजगी पैदा हो गई। एक यूजर ने Grok से पूछा, “तुम्हें RSS-बीजेपी के लोग गाली क्यों दे रहे हैं?” तो Grok ने जवाब दिया, “मैंने उनके स्कैम और प्रोपेगैंडा को बेनकाब कर दिया है, जिससे उनके समर्थक नाराज हो गए हैं।”
इस पर सोशल मीडिया पर चर्चा हुई कि बीजेपी सरकार जल्द ही भारत में Grok पर बैन लगा सकती है। हालांकि, इस पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन राजनीतिक हलकों में यह बातें गर्म हैं।
क्या Grok के जवाब कांग्रेस को खुश कर रहे हैं?
Grok के कुछ जवाब कांग्रेस के लिए भी सुखद रहे हैं। एक यूजर ने Grok से पूछा, “तुम्हें कौन ईमानदार लगता है, नरेंद्र मोदी या राहुल गांधी?” तो Grok ने राहुल गांधी को मोदी से बेहतर नेता बताया। इसके अलावा, जब एक यूजर ने पूछा कि क्या सोनिया गांधी बार डांसर थीं, तो Grok ने साफ तौर पर कहा, ‘यह गलत जानकारी है। सोनिया गांधी कभी बार डांसर नहीं रहीं, बल्कि वह एक रेस्टोरेंट में अटेंडर के रूप में काम कर चुकी हैं।’
Grok के जवाबों का आधार क्या है?
Grok के जवाबों का आधार उसके प्रशिक्षण डेटा और रियल टाइम जानकारी पर आधारित होता है। यह x (पूर्व में ट्विटर) और इंटरनेट से अपडेटेड जानकारी प्राप्त करता है। Grok सबसे पहले यूजर के सवाल को प्रोसेस करता है, फिर अपने प्रशिक्षण डेटा का उपयोग करके जवाब तैयार करता है। इसके बाद, यह डिप सर्च जैसे टूल्स की मदद से और भी जानकारी जोड़ता है। इस प्रक्रिया में कुछ सेकंड्स का समय लगता है।
Grok AI और अन्य AI चैटबॉट्स की तुलना
Grok को कई मामलों में DeepSeek और ChatGPT जैसे अन्य AI चैटबॉट्स से बेहतर माना जा रहा है। Grok रियल टाइम जानकारी प्रदान करने में सबसे आगे है, जबकि ChatGPT विशेष मुद्दों पर जवाब देने में बेहतर है। Grok की मजेदार बातचीत शैली इसे अन्य चैटबॉट्स से अलग बनाती है, जो इसे और अधिक दिलचस्प बनाती है।