मध्य प्रदेश के दामोह से बेहद ही हैरान कर देने वाली कुछ तस्वीरें सामने आई हैं। यहां कुछ नाबालिग बच्चियों को बिना कपड़े के घुमाया गया। ग्रामीणों ने ऐसा सिर्फ अंधविश्वास के चक्कर में किया। यहां अंधविश्वास के नाम पर अश्लीलता की सारी हदें पार की गईं।
सूखा-ग्रस्त इलाके में बारिश के भगवान को खुश करने के लिए ऐसा किया गया। ये घटना बुंदेलखंड क्षेत्र के बनिया गांव की बताया जा रही है।
दरअसल, मामला कुछ ऐसा है कि जिले के जबेरा ब्लाक के अमदर पंचायत के बनिया गांव में लोग इसलिए परेशान थे, क्योंकि यहां बारिश नहीं हो रही। एक पुराना रिवाज है जिसके अनुसार नाबालिग लड़कियां नग्न होकर एक लकड़ी का डंडा अपने कंधे पर लेकर चलती हैं। इस पर मेंढक बंधे होते हैं। लड़कियों के साथ महिलाएं भजन गाते चलती हैं। महिलाएं गांव वालों से अनाज इकट्ठा करती हैं और स्थानीय मंदिर में भंडारे के लिए भोजन पकाती हैं।
मान्यता है कि ऐसा करने से बारिश होती है, जिसकी वजह से ही लड़कियों के साथ ये शर्मनाक काम किया गया। पुलिस के अनुसार घटना दमोह के आदिवासी गांव की है।
सोशल मीडिया पर इस घटना का वीडियो सामने आया। जिसमे देखने को मिल रहा है कि 5 से 6 साल की लड़कियां नग्न अवस्था में चलती दिखाई दे रही हैं। उनके हाथ में लकड़ी की छड़ी भी है, जिसमें मेढ़क बंधा हुआ है। वीडियो सामने आने के बाद राष्ट्रीय बाल संरक्षण एवं अधिकार आयोग ने दमोह प्रशासन को इस मामले में नोटिस भेजा।
वहीं घटना के सामने आने के बाद पुलिस भी इसकी जांच में जुटी है। जिले के एसपी ने कहा कि इसकी जांच की जा रही है। अगर लड़कियों से जबरन ऐसा करवाया गया होगा, तो कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा जिलाधिकारी एस कृष्णा ने बताया कि स्थानीय प्रशासन से मामले की पूरी रिपोर्ट मांगी है। किसी भी ग्रामीण ने इस मामले में अब तक कोई शिकायत नहीं दर्ज कराई । उन्होंने कहा कि जिले में जागरूकता की कमी के कारण ये घटना हुई ।