कांग्रेस के राज्यसभा सांसद गुलाम नबी आजाद का कार्यकाल राज्यसभा में पूरा हो गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत सत्तारुढ़ और विपक्षी दलों के तमाम नेताओं ने सदन में उनकी जमकर तारीफ की थी।
फेयरवेल के दौरान पीएम मोदी उनके साथ अपने पुराने रिश्ते को याद कर भावुक भी हो गए थे। राज्यसभा से रिटायर होने के बाद पिछले दिनों उन्होंने स्पष्ट कर दिया था कि उन्हें अब सांसद, मंत्री या पार्टी में किसी भी पद की लालसा नहीं है। उनकी राजनीतिक भविष्य के संभावनाओं को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म है।
पीएम से आजाद के करीबी रिश्तों को लेकर कई तरह की बातें सामने आ रही थी। लेकिन मीडिया के सामने गुलाम नबीं आजाद ने हर तरह की अनरगल संभावनाओं पर विराम लगा दिया है।
पीएम के साथ संबंधो को लेकर चर्चा
मीडिया से बातचीत के दौरान गुलाम नबी आजाद ने पीएम मोदी के साथ संबंधों को लेकर चर्चा की। उन्होंने कहा, ‘हम एक-दूसरे को 90 के दशक से जानते हैं। हम दोनों अपनी पार्टियों के महासचिव थे और अपनी-अपनी पार्टी का पक्ष रखने टीवी पर डिबेट करने जाते थे। अगर हम थोड़ा जल्दी पहुंच जाते थे तो साथ चाय पीते और बातचीत किया करते थे। इसके बाद हम मुख्यमंत्री के तौर पर प्रधानमंत्री की मीटिंग में मिलते थे, फिर वे मुख्यमंत्री और मैं स्वास्थ्य मंत्री था और हम एक दूसरे से 10-15 दिनों में अलग-अलग मुद्दों पर चर्चा किया करते थे।‘
‘…अफवाह फैला रहे हैं’
बीजेपी में शामिल होने की बात पर जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ‘मैं बीजेपी तब शामिल होने के बारे तब सोचूंगा जब कश्मीर में काली बर्फ गिरने लगेगी और बीजपी ही क्यों कोई भी पार्टी। जो लोग ये कह रहे हैं या अफवाह फैला रहे हैं कि मैं बीजेपी में शामिल होने वाला हूं, वो मुझे नहीं जानते।‘
गुलाम नबी आजाद ने उस दौर को याद किया जब राजमाता सिंधिया सदन में विपक्ष की नेता थी और उन्होंने आजाद पर कई आरोप लगाए थे। उन्होंने कहा, राजमाता सिंधिया के आरोप पर मैंने सदन में कहा कि इसे लेकर एक कमेटी बनाई जानी चाहिए और इस कमेटी की अध्यक्षता अटल बिहारी वाजपेयी करेंगे और आडवाणी इसके सदस्य होंगे। आजाद ने कहा था कि ये कमेटी 15 दिनों अपनी रिपोर्ट पेश करे और जो सजा कमेटी देगी उसे मैं स्वीकार करुंगा।
5 बार रह चुके हैं राज्यसभा सांसद
बता दें, गुलाम नबी आजाद भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के कद्दावर नेताओं में से एक हैं। वह जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री और दो बार लोकसभा सदस्य भी रह चुके हैं। साथ ही कांग्रेस उन्हें 5 बार राज्यसभा में भेज चुकी है। मौजूदा समय में उनका कार्यकाल समाप्त हो गया है लेकिन उम्मीद जताई जा रही है कि आने वाले चंद महीनों में वह फिर से राज्यसभा में दिखाई देंगे।