कांग्रेस के दिग्गज नेता, जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद गुलाम नबी आजाद राज्यसभा से रिटायर हो गए हैं। वह 5 बार राज्यसभा सांसद और 2 बार लोकसभा सांसद भी रह चुके हैं। कांग्रेस पार्टी में अब राज्यसभा में उनकी जगह भरने को लेकर मंथन शुरु हो गया है। उम्मीद जताई जा रही है कि राहुल गांधी के करीबी राज्यसभा सांसद मल्लिकार्जुन खड़गे को सदन में आजाद की जिम्मेदारी मिल सकती है।
दूसरी ओर कांग्रेस के राज्यसभा सांसद आनंद शर्मा, दिग्विजय सिंह और पी चिदंबरम भी लाइन में है। इसी बीच राज्यसभा से रिटायर हुए सांसद गुलाम नबी आजाद ने कहा है कि उन्हें अब न तो सांसद या मंत्री बनने की इच्छा है और न ही अब वह पार्टी में कोई पद लेना चाहते हैं।
1975 में थे यूथ कांग्रेस अध्यक्ष
बीते दिन बुधवार को गुलाम नबी आजाद ने कहा कि लोग अब उन्हें कई जगहों पर देख पाएंगे, क्योंकि अब वह फ्री हो चुके हैं। उन्होंने कहा, ‘मैं 1975 में जम्मू-कश्मीर यूथ कांग्रेस का प्रदेश अध्यक्ष था। मैंने पार्टी में कई पदों पर काम किया है। मैंने कई प्रधानमंत्रियों के साथ काम किया है। मैं खुद को भाग्यशाली मानता हूं कि मुझे देश के लिए काम करने का मौका मिला। मैं खुश हूं कि मैंने ईमानदारी से अपने कर्तव्यों का निर्वहन किया। मुझे देश और दुनिया को जानने और समझने का अवसर मिला।‘
‘जब तक जिंदा हूं जनता की सेवा करुंगा’
कांग्रेस नेता ने आगे कहा कि ‘मैं एक राजनेता के तौर पर अपने काम से पूरी तरह संतुष्ट हूं। मुझे लगता है कि जब तक मैं जिंदा रहूंगा, जनता की सेवा करता रहूंगा।‘ संसद में सत्तारुढ़ एनडीए समेत अन्य दलों की ओर से मिली बधाइयों पर भी गुलाम नबी आजाद ने प्रतिक्रिया दी।
उन्होंने कहा, ‘हम कुछ लोगों को गहराई से समझते हैं तो कुछ को सतही तौर पर। जो मुझे गहराई से समझते हैं, उन्होंने सालों तक मेरा काम देखा है और इसलिए भावुक हो गए। मैं उन सबका आभारी हूं। मैं उन लोगों को भी धन्यवाद दूंगा जिन्होंने मुझे मैसेज किया, कॉल किया और मेरे लिए ट्वीट किया।‘
आजाद ने किया सभी का शुक्रिया
गुलाम नबी आजाद ने कहा कि ‘मैं प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति और विभिन्न दलों के सहयोगियों का शुक्रगुजार हूं, जिन्होंने मेरी अपनी प्रशंसा की और जिनके साथ मुझे काम करने का अवसर मिला। मैं उनकी कामनाओं के लिए सभी का शुक्रगुजार हूं।‘ राज्यसभा से रिटायर होने के बाद अब राजनीतिक भविष्य को लेकर उन्होंने कहा, अब आप मुझे कई जगहों पर देख सकते हैं। मैं अब फ्री हो गया हूं। सांसद, मंत्री बनने की अब मेरी कोई इच्छा नहीं है। मैंने काफी काम कर लिया है।
फिर से राज्यसभा भेजे जा सकते हैं गुलाम नबी आजाद
बता दें, केरल में जल्द ही विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। राजनीतिक पार्टियों ने अपनी तैयारियां तेज कर दी है। मौजूदा समय में केरल में पिनराई विजयन के नेतृत्व में लेफ्ट की सरकार है। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का केरल में दबदबा रहा है। 140 विधानसभा सीटों वाले केरल में पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के नेतृत्व में यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट ने 47 सीटों पर जीत हासिल किया था।
दूसरी ओर अप्रैल 2021 में केरल की 3 राज्यसभा सीटें खाली हो रही है। जिनमें से एक सीट कांग्रेस को मिल सकती है। ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि आने वाले कुछ ही महीनों में कांग्रेस पार्टी गुलाम नबी आजाद को फिर से राज्यसभा भेज सकती है।