गाजियबाद: इंदिरापुरम के अभय खंड, न्याय खंड में बीते रविवार से सीवर मिश्रित पानी आने से स्थानीय लोगों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. दूषित पानी के कारण काफी संख्या में लोग बीमार हो रहे हैं. ट्रांस हिंडन क्षेत्र में लोगो को पानी की बोतलें खरीदकर अपना काम चलाना पड़ रहा है. बीते चार दिनों से लोग पानी की एक बूँद के लिए तरस गए है. स्थिति बद से बदतर हो चली है लेकिन गाजियाबाद विकास प्राधिकरण आंखें मूंद कर सो रहा है. आखिर कब तक साफ़ पानी आएगा, इसके बारे में किसी को कोई खबर नहीं है.
हजारों लोग हो रहे हैं प्रभावित
दरअसल, बीते रविवार से इंदिरापुरम के कई ईलाको में लोग मटमैला पानी की समस्या से जूझ रहे है. पानी भरते ही मिट्टी की परत बर्तन की सतह पर दिखने लगती है. ऐसे में जो घर पूरी तरह से सरकारी पानी की व्यवस्था पर टिके हुए हैं, उनकी परेशानी काफी ज्यादा बढ़ गई है. डैमेज पानी की लाइनों से गंदे और बेहद बदबूदार पानी की सप्लाई के कारण लोगों को पीने का पानी बाज़ार से खरीदना पड़ रहा है.
स्थानीय लोगों ने बताया कि जीडीए में शिकायत दर्ज करने के बाद भी अभी तक कोई संज्ञान नहीं लिया गया है. इससे हजारों लोगों को पानी की किल्लत से जूझना पड़ा रहा है. वहीं, कुछ लोगों ने न्याय खंड में पानी नहीं आने पर प्रशासन से टैंकर भेजने की मांग की है लेकिन अभी तक प्रशासन की ओर से यह सुविधा भी उपलब्ध नहीं कराई गई है.
स्थानीय लोगों के मुताबिक पानी में मिट्टी और कीचड़ आ रहा है, जिसके कारण स्थिति ज्यादा बिगड़ गई है. कई दिनों से ऐसा ही चल रहा है लेकिन इसके निवारण के लिए अभी तक प्रशासन की ओर से कोई कदम नहीं उठाए गए हैं. बार बार शिकायत करने के बावजूद कोई एक्शन नहीं लिया जा रहा है.
रविवार से ही हजारों लोग इन मुश्किल हालातों का सामना कर रहे हैं लेकिन अभी तक स्थिति में सुधार के लिए प्रशासन की ओर किया गया कोई भी इंतजाम धरातल पर नजर नहीं आ रहा है. इंदिरापुरम के कई इलाके इससे काफी ज्यादा प्रभावित हैं. कई इलाकों में पानी की सप्लाई बाधित होने के बाद लोग अब वैकल्पिक इंतजामों पर चर्चा करने लगे हैं.