Ghaziabad News: शक्तिखंड स्थित होटल रॉयल के मालिक चंद्रशेखर ने महाप्रबंधक और दो प्रबंधकों समेत सात लोगों के खिलाफ गबन की धाराओं में केस दर्ज कराया है। आरोप है कि होटल और रेस्तरां की कमाई होटल के खाते में जमा कराने के बजाय आरोपी इनकी रकम अपने परिजनों और रिश्तेदारों के खातों में जमा कर रहे थे। इस धोखाधड़ी का खुलासा तब हुआ जब एक होटल कर्मचारी ने मालिक को इसके बारे में जानकारी दी।
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कुल सवा करोड़ रुपये की हेराफेरी- Ghaziabad News
चंद्रशेखर के अनुसार, महाप्रबंधक और दोनों प्रबंधक डेढ़ साल के अंदर कुल सवा करोड़ रुपये की राशि फोन-पे, गूगल-पे और पे-टीएम जैसे डिजिटल माध्यमों से अपने रिश्तेदारों के खातों में ट्रांसफर कर चुके थे। इन सभी लेन-देन को छिपाने के लिए आरोपी एक अलग रजिस्टर रखते थे। एक रजिस्टर में वह उन लेन-देन की एंट्री करते थे जिनकी रकम होटल के खाते में जमा की जाती थी, जबकि दूसरे रजिस्टर में वह केवल उन लेन-देन की एंट्री करते थे जिनमें रकम उनके निजी खातों में जमा की जाती थी।
मास्टरमाइंड सुखबीर सिंह
पुलिस के अनुसार, गबन के इस खेल का मास्टरमाइंड महाप्रबंधक सुखबीर सिंह था, जो कासगंज जिले के नगला विहारी गांव का निवासी है। चंद्रशेखर का कहना है कि जब उसे इस गबन के बारे में पता चला, तो उसने सुखबीर से सभी रिकार्ड्स दिखाने को कहा। इस दौरान सुखबीर ने अपने साले नीटू को रिकार्ड्स चोरी करने का आदेश दिया था। बाद में, सीसीटीवी फुटेज में नीटू को रिकार्ड्स लेकर जाते हुए देखा गया।
रिकॉर्ड की चोरी और साक्ष्य
चंद्रशेखर ने पुलिस को बताया कि जब गबन का मामला सामने आया, तो सुखबीर ने रिकार्ड्स को चोरी करने के लिए अपने साले नीटू को बुलाया। नीटू ने बिल बुक, रजिस्टर और होटल में रुकने वालों के पहचान पत्र की कापी चोरी कर ली। सीसीटीवी फुटेज में यह साफ देखा गया कि नीटू रिकॉर्ड्स लेकर होटल से बाहर जा रहा था। इस चोरी के बाद, पुलिस ने जांच शुरू की और जल्द ही सभी साक्ष्य जुटा लिए।
साक्ष्य और गिरफ्तारी की संभावना
एसीपी इंदिरापुरम, अभिषेक श्रीवास्तव ने बताया कि इस मामले में पुलिस के पास गबन के ठोस साक्ष्य मौजूद हैं। सीसीटीवी फुटेज और व्हाट्सएप चैटिंग में भी हेराफेरी के साक्ष्य मिले हैं। साथ ही, यह भी पुष्टि हो गई है कि दस्तावेज चोरी कराए गए थे। पुलिस ने आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए कार्रवाई शुरू कर दी है। सुखबीर को होटल के मोबाइल फोन और सिमकार्ड भी मिले हुए थे, जिनमें व्हाट्सएप चैट में गबन के साक्ष्य मौजूद हैं।
इस मामले में जल्द ही सभी आरोपियों की गिरफ्तारी की जाएगी।