Ghaziabad News: केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने गाजियाबाद स्थित क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय में तैनात वरिष्ठ पासपोर्ट अधीक्षक दीपकचंद्र के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के आरोप में छापेमारी की है। सीबीआई ने गाजियाबाद के राजनगर एक्सटेंशन और पटना में दीपकचंद्र के तीन ठिकानों पर छापे मारे, जहां से 60 लाख रुपये की नकदी और करोड़ों रुपये की संपत्ति से संबंधित दस्तावेज बरामद हुए।
अवैध संपत्ति और दस्तावेजों का खुलासा- Ghaziabad News
सीबीआई ने छापे के दौरान कई महत्वपूर्ण दस्तावेज़ों को जब्त किया है, जिनमें बैंक खातों, म्यूचुअल फंड, जीवन बीमा पॉलिसी और संपत्ति के बिक्री विलेख शामिल हैं। इसके अलावा, वाहन पंजीकरण प्रमाणपत्र (आरसी) सहित अन्य महत्वपूर्ण दस्तावेज भी बरामद हुए, जिनसे दीपकचंद्र की अवैध संपत्ति का खुलासा हुआ।
सीबीआई अब इन दस्तावेजों की जांच कर रही है और साथ ही आरोपी के बैंक खातों और निवेशों की गहराई से जांच करेगी। इसके अलावा, यह भी संभावना जताई जा रही है कि मामले की आगे की जांच के लिए अन्य व्यक्तियों से भी पूछताछ की जा सकती है। सीबीआई ने कहा है कि आरोपी के खिलाफ जल्द ही चार्जशीट दायर की जा सकती है।
अवसंरचना और आय से अधिक संपत्ति अर्जित करना
सीबीआई की रिपोर्ट के अनुसार, दीपकचंद्र ने 2018 से 2024 के बीच 1.43 करोड़ रुपये की संपत्ति अर्जित की है, जो उनकी ज्ञात आय से 85.06 लाख रुपये अधिक है। रिपोर्ट के मुताबिक, दीपकचंद्र ने 30 जुलाई 2018 को एक फ्लैट की बुकिंग के लिए अग्रिम भुगतान किया और इसके बाद नवंबर 2024 तक विभिन्न बैंक खातों, म्यूचुअल फंड और बीमा पॉलिसियों में बड़े निवेश किए। जांच में यह पाया गया कि उनकी ज्ञात आय का स्रोत लगभग डेढ़ लाख रुपये था, जबकि उनके पास 88.43 लाख रुपये की संपत्ति पाई गई।
दीपकचंद्र का करियर और तैनाती
सीबीआई के मुताबिक, दीपकचंद्र ने दिसंबर 2015 में पासपोर्ट विभाग में सहायक पासपोर्ट अधीक्षक के रूप में अपनी सेवाएं शुरू की थीं। उनके कार्यकाल के दौरान, उन्हें 2020 में पासपोर्ट अधीक्षक के पद पर पदोन्नति मिली और 2021 में उन्हें वरिष्ठ पासपोर्ट अधीक्षक के रूप में प्रमोट किया गया। 30 जुलाई 2018 से 30 सितंबर 2024 तक, उन्होंने गाजियाबाद क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय में सहायक पासपोर्ट अधीक्षक, पासपोर्ट अधीक्षक और वरिष्ठ पासपोर्ट अधीक्षक के तौर पर अपनी सेवाएं दीं।
सीबीआई ने जांच के बाद कहा कि दीपकचंद्र की संपत्ति और निवेश की जांच की जाएगी और यह भी स्पष्ट किया गया है कि इस मामले में जल्द ही कानूनी कार्रवाई की जा सकती है। अब यह देखना बाकी है कि क्या इस मामले में अन्य बडे़ सुराग सामने आते हैं।