सोमवार को दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने ग्रुप कैप्टन अभिनंदन वर्धमान समेत देश के कई हीरोज को वीरता पुरस्कार देकर सम्मानित किया था। अब आज यानी मंगलवार को भी राष्ट्रपति देश के कई और वीरों का सम्मान कर रहे हैं। भारत चीन के बीच 2020 में हुई हिंसा के दौरान चीनी सेना का डटकर सामना करने वाले कर्नल संतोष बाबू को मरणोपरांत पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इसके अलावा भी कई जाबांजों का इस दौरान सम्मान हुआ।
कर्नल संतोष बाबू का महावीर चक्र से सम्मान
गलवान घाटी में अपने शौर्य का परिचय दिखाने वाले कर्नल संतोष बाबू को मरणोपरांत महावीर चक्र सम्मान दिया गया। कार्यक्रम में सम्मान उनकी मां और पत्नी को सौंपा गया। कर्नल संतोष बाबू गलवान में ऑब्जर्वेशन पोस्ट पर तैनात थे। तब चीनी सेना की तरफ से भारत पर हमला किया गया, जिसमें संतोष बाबू ने डटकर उनका सामना किया। इसमें वो शहीद हो गए थे। महावीर चक्र देश का दूसरा सबसे बड़ा वीरता सम्मान हैं।
इन हीरोज का भी किया गया सम्मान
– इस सम्मान समारोह में वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल विवेक आर चौधरी को परम विशिष्ट सेवा मेडल दिया गया।
– गलवान हिंसा के दौरान चीन को आगे बढ़ने से रोकने में हवलदार तेजिंदर सिंह ने साहसपूर्ण प्रदर्शन किया था। इसके लिए आज उन्हें वीर चक्र से सम्मानित किया गया। गंभीर रूप से घायल होने तक वो चीनी सैनिकों से डटकर लड़ते रहे।
– पैरा स्पेशल फोर्स में सूबेदार संजीव कुमार को मरणोपरांत कीर्ति चक्र सम्मान दिया गया। जम्मू-कश्मीर में चलाए गए एक ऑपरेशन को लेकर उन्हें ये सम्मान दिया गया। इस ऑपरेशन में उन्होंने एक आतंकी को ढेर किया था, जबकि दो को घायल कर दिया। आतंकवादियों से लड़ते लड़ते उन्होंने अपने प्राण देश के लिए न्यौछावर कर दिए थे।
– गलवान घाटी में ऑपरेशन स्नो लेपर्ड में चीनी सेना का वीरता से सामना करने वाले सूबेदार नुदुराम सोरेन को वीर चक्र से सम्मानित किया गया। उनकी पत्नी ने राष्ट्रपति के हाथों सम्मान दिया।
– पिछले साल जून में हुई हिंसा में चीनी सेना को खदेड़ने में हवलदार के पलानी ने भी बड़ी भूमिका निभाई थी। इस जांबाजी के लिए उन्हें मरणोपरांत वीर चक्र से सम्मानित किया गया। उनकी पत्नी को ये पुरस्कार राष्ट्रपति ने सौंपा।
– गलवान घाटी में हुई हिंसा के दौरान अपना शौर्य दिखाने वाले नायक दीपक सिंह को भी मरणोपरांत वीर चक्र से राष्ट्रपति ने सम्मानित किया।
– राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने चीनी सेना के हमले में लड़ते-लड़ते देश के लिए शहीद होने वाले सिपाही गुरतेज सिंह को सम्मानित किया गया। उन्हें वीर चक्र दिया गया।