अयोध्या में राम मंदिर निर्माण कहां तक पहुंचा ये चर्चाओं में है। कब तक हम राम लला के दर्शन कर पाएंगे उनके मंदिर के भीतर? देखा जाए तो नींव की ढलाई का काम खत्म हो गया और राफ्ट के फाउंडेशन का काम तेज कर दिया गया है। ग्राउंड फ्लोर का काम पूरा कर लेने की लिमिटेशन दिसंबर 2023 का समय तय किया गया है।
मंदिर ट्रस्ट के पदाधिकारी की मानें तो जैसे ही ग्राउंड फ्लोर को रेडी कर लिया जाएगा, वैसे ही ग्राउंड फ्लोर के मंदिर के गर्भगृह में रामलला को विराजमान किया जाएगा। और फिर भक्त मंदिर में रामलला के दर्शन को जा पाएंगे। इस दौरान मंदिर की ऊपर की मंजिल बनाए जाते रहेंगे। मंदिर के राफ्ट की नींव पर 5 फुट ऊंचाई तक फाउंडेशन को ले जाना है।
आपको बता दें कि जब से रामलला को विराजमान करने की तारीख तय हुई है तब से मंदिर बनाने के काम में और तेजी आ गई है। याद दिला दें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अयेाध्या पहुंच कर 5 अगस्त 2020 को भूमि पूजन किया था। जिसके बाद ट्रस्ट मंदिर निर्माण की समीक्षा करता रहा और 15 जनवरी से 15 फरवरी 2021 के बीच धन संग्रह का अभियान चला, जिसमें मंदिर निर्माण के लिए पैसे जुटाए गए। इस तरह से 3,500 करोड़ से ज्यादा पैसे मंदिर ट्रस्ट के खाते में जमा हुए और अब भी हर महीने 50 लाख रुपये मंदिर के खाते में आ ही रहे हैं।
कुल 12 लाख घनफुट पत्थर मंदिर के पूरे निर्माण में लगेंगे। करीब 45 हजार घनफुट पत्थर को तराशने का काम पहले ही किया गया है। और बाकी के पत्थरों को तराशने के लिए मशीनों का इस्तेमाल किया जा रहा है। नदी के प्रवाह से मंदिर को बचाया जा सके इसके लिए मजबूत दीवार बनाई जा रही है मंदिर के किनारे।
श्री राम जन्मभूमि मंदिर की फाउंडेशन को बनाने के लिए दूसरे चरण में राफ्ट का निर्माण काफी भारी मशीनों से किया जा रहा है और फिर पत्थरों से प्लिंथ को बनाया जाएगा इस काम में भी करीब 4 महीने लगेंगे। कुल मिलाकर खबर ये है कि अगर आप भी राम भक्त हैं तो 2023 तक आप रामलला के मंदिर में दर्शन कर सकते हैं।