जबरन रिटायर्ड IPS अमिताभ ठाकुर और उनकी पत्नी नूतन ने गोरखपुर के गोरखपुर मंदिर में कार्यरत मुख्य आरक्षी अजय कुमार सिंह को हटाने की मांग की है। उनका आरोप है कि आरक्षी अजय बीते 30 सालों से गोरखपुर के एक ही थाने में तैनात है। इसके लिए उन्होंने DGP को पत्र भी लिखा। साथ में ये भी पूछा कि किसकी शह पर एक ही जगह जमा है, इसकी जांच की जाए।
‘1992 में किया गया था तैनात…’
DGP को भेजे गए पत्र में अमिताभ ठाकुर और उनकी पत्नी ने कहा कि 1992 में गोरखपुर पुलिस विभाग में अजय सिंह को भर्ती किया गया था। उनको गोरखपुर थाने में तैनात किया गया। वो यहां से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से संपर्क में आए। इसके बाद अजय उनके विश्वासपात्र और करीबी लोगों में शुमार हुए। तब से ही वो पुलिसकर्मियों के लिए बने नियमों के विपरीत लगातार स्थायी रूप से गोरखपुर में काम कर रहे हैं।
अपनी चिट्ठी में उन्होंने आगे लिखा कि अजय सिंह की कई फोटो की ऐसी कई तस्वीरें हैं, जिससे उनकी सीएम योगी के साथ निकटता का पता चलता है। वो अलग-अलग अवसरों पर उनके साथ बेहद ही सहजता के साथ ठीक बगल में खड़े नजर आते हैं। जानकारी के मुताबिक जब योगी आदित्यनाथ प्रदेश के मुख्मयंत्री बने तो अजय सिंह का प्रभाव मंदिर परिसर से बढ़कर पूरे प्रदेश के शासन-प्रशासन पर हो गया, जिसके बल पर वो दो बार डीजीजी का पदक पा चुके हैं।
श्री @myogiadityanath का प्रिय होने के नाम पर अलग नियम?
कृ० संज्ञान लें, गलत सन्देश व कुचर्चाओं को रोक विभागीय गरिमा को स्थापित कराएँ. @Uppolice @dgpup @AdgGkr pic.twitter.com/x3FUbG0e2U
— AmitabhThakur (@Amitabhthakur) May 29, 2021
‘समाज में जा रहा गलत संदेश…’
पूर्व IPS अमिताभ ठाकुर और पत्नी नूतन ने DGP को लिखी चिट्ठी में ये भी कहा कि जहां ADG और IG स्तर के अधिकारी भी मुख्यमंत्री के सामने अलर्ट रहते हैं, वहीं अपने प्रभाव के बल पर अजय सिंह सादी ड्रेस में बड़े आराम से उनके पास खड़े दिखते हैं। मुख्मयंत्री के साथ सार्वजनिक तौर पर उनकी ये निकटता, इस तरह की तस्वीरें ना सिर्फ पुलिस विभाग बल्कि आम लोगों में भी गलत संदेश देते हैं। इन तथ्यों की जांच कराते हुए विभागीय गरिमा एवं अनुशासन के लिए कार्रवाई की जाए।
जानिए कौन हैं पूर्व IPS अधिकारी अमिताभ ठाकुर?
आपको बता दें कि अमिताभ ठाकुर काफी चर्चित IPS रहे हैं। उनके ऊपर कई तरह के आरोप लगे थे, जिसकी वजह से अमिताभ ठाकुर को समय से पहले ही जबरन रिटायर कर दिया गया। अमिताभ ठाकुर बेबाक टिप्पणियों के लिए पहचाने जाते थे। उनका नाता कई बार विवादों से जुड़ चुका है। अखिलेश सरकार के दौरान मुलायम सिंह से विवाद का ऑडियो वायरल होने के बाद निलंबित कर दिया गया था। जिसके बाद अमिताभ ठाकुर ने अखिलेश सरकार के खिलाफ ही मोर्चा खोल दिया। अमिताभ ठाकुर कवि और लेखक भी हैं।
वहीं बात उनकी पत्नी नूतन की करें तो वो सोशल एक्टिविस्ट हैं, जो अक्सर ही विभिन्न मुद्दों को लेकर सरकार पर हमलावर रहती हैं।