क्या उत्तर प्रदेश में हिस्ट्रीशीटर को संरक्षण मिल रहा है? ये सवाल हम नहीं, बल्कि जबरन रिटायर्ड IPS अमिताभ ठाकुर ने उठाया है। वो अक्सर ही कई मुद्दों को लेकर प्रदेश की योगी सरकार पर हमलावर रहते हैं। इस बार उन्होंने मुद्दा उठाया है आईएएस प्रेम प्रकाश मीणा के ट्रांसफर का।
4 महीने पहले ही हुए थे तैनात
दरअसल, 2018 बैच के IAS प्रेम प्रकाश मीणा की चार महीने पहले ही चंदौली जिले के सकलडीहा तहसील में उपजिलाधिकारी के तौर पर तैनाती हुई थीं। इस दौरान वो अपने अच्छे कामों की प्रशंसा की जा रही थी। उन्होंने यहां चार्ज संभालते ही भू माफियाओं के खिलाफ एक्शन लेना शुरू कर दिया था। वो जमीनी विवाद को सुलझा रहे थे और सरकारी जमीन को कब्जामुक्त कराने के अभियान में जुटे थे।
नेता को नोटिस देना पड़ गया भारी?
ऐसा ही एक विवाद था चंदौली जिले के नेगुरा गांव के चकरोड का, जो बीते 40 सालों से चला आ रहा था। इतने लंबे वक्त तक किसी भी उपजिलाधिकारी ने इस विवाद को सुलझाने की कोशिश नहीं की, लेकिन जब युवा IAS प्रेम प्रकाश मीणा की तैनाती यहां हुई, तो उन्होंने इसका निपटारा करने की कोशिश की। उन्होंने 4 महीनों में ही ना सिर्फ चकरोड और सरकारी जमीन पर अतिक्रमण के कई मामलों पर सुनवाई की, बल्कि मौके पर जाकर विवादों को हल करने की भी कोशिश की।
लेकिन, उन्हें ये सब तब भारी पड़ गया, जब उन्होंने बीजेपी नेता और नवनिर्वाचित जिला पंचायत सदस्य के अवैध अतिक्रमण को हटाने का नोटिस दिया। जानकारी के अनुसार पपौरा गांव के रहने वाले गोपाल सिंह उर्फ बबलू सिंह ने सरकारी जमीन पर कब्जा किया हुआ था। तालाब को पाटकर उसने मकान और ऑफिस बना रखा गया था। इसको लेकर जब जांच हुई, तो ये बात निकलकर सामने आई कि 80 फीसदी निर्माण अवैध कब्जे पर हुआ था। जिसके बाद इसको लेकर एक नोटिस जारी किया गया।
ट्रांसफर से पहले गोपाल सिंह भूमाफिया घोषित
नोटिस के 15 दिनों बाद निर्माण को तोड़ने की चेतावनी भी दी गई थी, लेकिन इससे पहले ही प्रेम प्रकाश मीणा का ट्रांसफर सकलडीहा से चकिया कर दिया गया। हालांकि उनके ट्रांसफर से पहले गोपाल सिंह को भूमाफिया घोषित कर दिया गया। गोपाल सिंह एक हिस्ट्रीशीटर भी हैं, जिसके खिलाफ गुंडा एक्ट, आर्म्स एक्ट के तहत कई मुकदमें दर्ज हैं।
ट्रांसफर पर रिटायर्ड IPS ने उठाए सवाल
इस मामले को लेकर ही पूर्व IPS अमिताभ ठाकुर ने सरकार को घेरा। उन्होंने कहा- ‘UP की 0 टोलेरेंस सरकार! इस युवा IAS अफसर ने इस हिस्ट्रीशीटर को सरकारी जमीन पर अवैध कब्ज़ा पर 08/06/2021 को नोटिस जारी किया और 05वें दिन DM चंदौली ने इन्हें अचानक 13/06 को बिना कारण बिन मौसम बरसात की तरह उनका तहसील बदल दिया। क्यों? हिस्ट्री शीटर को ऊपर का संरक्षण था।’
UP की 0 टोलेरेंस सरकार !
इस युवा IAS अफसर ने इस हिस्ट्रीशीटर को सरकारी जमीन पर अवैध कब्ज़ा पर 08/06/2021 को नोटिस जारी किया और 05वें दिन DM चंदौली ने इन्हें अचानक 13/06 को बिना कारण बिन मौसम बरसात की तरह उनका तहसील बदल दिया.
क्यों?
हिस्ट्री शीटर को ऊपर का संरक्षण था. pic.twitter.com/O97MuHpHZh
— AmitabhThakur (@Amitabhthakur) June 18, 2021
आपको बता दें कि प्रेम प्रकाश मीणा इससे पहले बस्ती और हाथरस जिले में भी तैनात थे। उन्होंने वहां पर भी दशकों से अटके जमीनी विवादों का निपटारा करने का काम किया था। यहां भी 4 महीनों के अंतर ही अपने अच्छे कामों को लेकर उन्होंने जनता का विश्वास जीत लिया था। यही वजह है कि उनको काफी धूमधाम से विदाई भी दी गई।