पश्चिम बंगाल में जल्द ही 8 चरणों में विधानसभा चुनाव (West Bengal Election 2021) होने वाले हैं। जिसकी शुरुआत 27 मार्च से होगी। राजनीतिक पार्टियां अपनी तैयारियों को अंतिम स्वरुप देने में लगी है। प्रदेश की सत्तारुढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस (TMC) तीसरी बार ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) के नेतृत्व में प्रदेश में सरकार बनाने की कोशिशों में लगी है।
वहीं, दूसरी ओर भारतीय जनता पार्टी (BJP) इस चुनाव में ममता बनर्जी को मात देकर प्रदेश में सरकार बनाने की बात कहते आ रही है। बीजेपी के कई नेता ऐसे बयान दे चुके हैं। जैसे-जैसे चुनाव की तारीखें नजदीक आ रही हैं वैसे ही प्रदेश की राजनीतिक गलियारों में हलचलें भी लगातार बढ़ती जा रही है।
नेताओं के दल-बदल की प्रक्रिया भी शुरु हो गई है। पिछले कुछ महीनों में टीएमसी के कई नेता बीजेपी में शामिल हो चुके हैं। तो वहीं, दूसरी ओर बीजेपी के कई नेताओं ने भी टीएमसी का दामन थामा है। इस बीच खबर है कि बीजेपी के पूर्व दिग्गज नेता और अटल सरकार में केंद्रीय मंत्री रह चुके यशवंत सिन्हा (Yashwant Sinha) टीएमसी में शामिल हो गए हैं।
बीजेपी के सीनियर नेता रह चुके हैं सिन्हा
अटल बिहार वाजपेयी की कैबिनेट के काफी रसूखदार मंत्री रह चुके यशवंत सिन्हा (Yashwant Sinha) ने आज कोलकाता में टीएमसी ऑफिस में टीएमसी का दामन थाम लिया। टीएमसी सांसद संदीप बंद्योपाध्याय और मंत्री सुब्रत बनर्जी की मौजूदगी में वह टीएमसी में शामिल हुए। बताया जा रहा है कि टीएमसी में शामिल होने से पहले उन्होंने ममता बनर्जी से बातचीत की थी। जिसके बाद उन्होंने इस पार्टी में शामिल होने का फैसला लिया।
यशवंत सिन्हा बीजेपी के बहुत ही सीनियर नेता रह चुके हैं। लोकसभा चुनाव 2019 से पहले ही उन्होंने पार्टी को यह कहते हुए अलविदा कह दिया था कि ‘बीजेपी अब अटल बिहारी वाजपेयी वाली बीजेपी नहीं रही।‘ जिसके बाद उन्होंने जम्मू कश्मीर, देश की अर्थव्यवस्था, सीएए, एनआरसी समेत कई मुद्दों पर मोदी सरकार को निशाने पर लिया था। अब वह टीएमसी में शामिल हो चुके हैं।
टीएमसी में शामिल होने के बाद यशवंत सिन्हा ने कहा, ‘इसमें कोई शक नहीं है कि तृणमूल कांग्रेस बहुत बड़े बहुमत के साथ सत्ता में वापस आएगी। बंगाल से पूरे देश में एक संदेश जाना चाहिए कि जो कुछ मोदी और शाह दिल्ली से चला रहे हैं, अब देश उसको बर्दाश्त नहीं करेगा।‘
2016 में मात्र 3 सीटों पर सिमट गई थी बीजेपी
बता दें, 294 विधानसभा सीटों वाले पश्चिम बंगाल में आने वाले कुछ ही दिनों में चुनाव होने वाले हैं। जिसके नतीजे 2 मई को घोषित किए जाएंगे। पिछले चुनाव में 211 सीटों पर जीत हासिल करने वाली ममता बनर्जी इस बार फिर से प्रदेश में बहुमत प्राप्त करने की कोशिशों में लगी है।
दूसरी ओर पिछले चुनाव में मात्र 3 सीटों पर सिमटने वाली बीजेपी इस चुनाव में 200 से ज्यादा सीटें जीतने का दावा कर रही है। कांग्रेस-वाम दल और आईएसएफ थर्ड फ्रांट के रुप में चुनौती दे रहे हैं। ऐसे में बंगाल की सत्ता में बदलाव देखने को मिलेगा या बंगाल की जनता एक बार फिर से ममता बनर्जी पर भरोसा जताएगी, यह 2 मई को क्लीयर हो जाएगा।