दिल्ली में नया मेयर चुनने के बीच सदन में हुआ हंगामा
हाल ही में भारत की राजधानी दिल्ली (Delhi) में नगर निगम चुनाव हुए और इन चुनाव में दिल्ली की सत्ता पर काबिज आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) की जीत हुई. वहीं इस जीत के बाद 15 साल से बीजेपी (BJP) के पास MCD अब आम आदमी पार्टी के कब्जे में आ गयी. वहीं MCD चुनाव में मिली जीती के बाद दिल्ली को नया मेयर मिलने वाला था. लेकिन इस बीच सदन में हंगामा हो गया।
जानिए क्यों हुआ सदन में हंगामा
उपराज्यपाल द्वारा दिल्ली के महापौर के चुनाव के लिए सदन की पहली बैठक की घोषणा किए जाने के बाद शुक्रवार यानी छह जनवरी को बैठक शुरू की गई और साढ़े 11 बजे मेयर का चुनाव होना था। सुबह 10 बजे से चुनाव की तैयारियां शुरू हो गईं और पार्षद सिविक सेंटर पहुंचने लगे। वहीं सिविक सेंटर में पहले पीठासीन अधिकारी, भाजपा पार्षद सत्या शर्मा को एमसीडी मेयर और डिप्टी मेयर के पदों के चुनाव के लिए शपथ दिलाई गई। इसके बाद आप पार्षदों ने हंगामा शुरू कर दिया।
हंगामे के दौरान हुई तीखी नोंकझोक
सत्या शर्मा ने फिर उपराज्यपाल वीके सक्सेना द्वारा मनोनीत सदस्य (एल्डरमैन, Alderman) को शपथ दिलाने का सिलसिला शुरू हो गया। पहले मनोनीत सदस्य मनोज कुमार को शपथ लेने के लिए आमंत्रित करने के बाद आप विधायक और पार्षदों ने विरोध करना शुरू कर दिया। कई लोग नारेबाजी करते हुए सदन के वेल में पहुंच गए। वहीं इस हंगामे के बीच चार मनोनीत सदस्यों विनोद सहरावत, लक्ष्मण आर्य, मुकेश मान और सुनीत चौहान ने शपथ ली. इसी के साथ हंगामे के दौरान आप पार्षद टेबल पर खड़े हो गए, वो पीठासीन अधिकारी क पास पहुंचकर हंगामा करने लगे। इस दौरान शपथ ग्रहण रोक दिया गया और बैठक बाधित हो गई।
पार्षद का टूटा अंगूठा तो महिला पार्षद के हाथ से निकला खून
इसी एक साथ हंगामे के दौरान आप और भाजपा पार्षदों के बीच तीखी नोंकझोक शुरू हो गई। पार्षदों ने फिर एक दूसरे के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी. वहीं हंगामा इतना बढ़ गया कि पार्षद मारपीट और हाथापाई करने लगे।इसी के साथ हंगामे के दौरान आप के एक पार्षद का अंगूठा टूट गया। वहीं, बीजेपी की एक महिला पार्षद के हाथ से खून निकलने लगा। वहीं भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने कहा कि आप के पार्षदों ने हमारे पार्षदों को ब्लेड माला। वे ब्लेड लेकर आए थे। वहीं हंगामे के दौरान पार्षदों ने दिल्ली के सिविक सेंटर स्थित एमसीडी सदन में तोड़फोड़ की और हंगामा शांत कराने के लिए पुलिस के जवानों को बुलाना पड़ा।
सदन की कार्रवाई हुई स्थगित
वहीं हंगामा शांत न होने पर सत्या शर्मा ने अगली तारीख तक के लिए सदन की कार्रवाई स्थगित कर दी. वहीँ अग