जैसे ही देश में कहीं पर भी चुनाव होते है, तो EVM की भी चर्चाएं शुरू हो जाती है। चुनाव आते ही EVM पर कई तरह के सवाल उठने लगते है। इस समय देश में कई जगहों पर चुनाव हो रहे हैं। पश्चिम बंगाल और असम में तो दो चरण की वोटिंग हो भी चुकी, लेकिन इसी बीच EVM से जुड़ा एक चौंकाने वाला मामला सामने आया। दरअसल, असम में एक गाड़ी में EVM की मशीन मिलीं, जिसके बाद बवाल मच गया।
सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल
1 अप्रैल गुरुवार को असम में दूसरे चरण के चुनाव हुए। वोटिंग के बाद असम के पथरकंडी विधानसभा क्षेत्र में एक गाड़ी में EVM मिलीं, जिसकी वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। ऐसा दावा किया जा रहा है कि ये गाड़ी पथरकंडी सीट से वर्तमान विधायक और बीजेपी उम्मीदवार कृष्णेंदु पॉल की है। कार सफेद रंग की है और इसका नंबर AS10 B 0022 है।
मामले पर प्रियंका गांधी का ट्वीट
इस मामले को लेकर तमाम पार्टियां बीजेपी और केंद्र सरकार को जमकर घेरती हुई। कांग्रेस इस मामले को गंभीर बताते हुए चुनाव आयोग से जांच की मांग कर रही हैं। कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी इस मुद्दे को उठाया। उन्होनें ट्वीट करते हुए बीजेपी पर निशाना साधा।
प्रियंका ने लिखा- ‘जब भी चुनाव होते है, हर बार निजी गाड़ियों में EVM ले जाने के वीडियो सामने आते हैं, उनमें कुछ चीजें कॉमन हैं। निजी गाड़ियां बीजेपी उम्मीदवारों और उनके सहयोगियों की होती हैं। वीडियो को एक घटना के रूप में लिया जाता है और खारिज कर दिया जाता है। बीजेपी अपने मीडिया तंत्र का इस्तेमाल उन लोगों पर आरोप लगाने के लिए करती है, जिन्होंने वीडियो को उजागर किया। तथ्य ये है कि इस तरह की कई घटनाओं सामने आ रही है और उनके बारे में कुछ भी नहीं किया जा रहा।’
आगे प्रियंका ने चुनाव आयोग से शिकायतों पर निर्णायक रूप से कार्रवाई करने और EVM से जुड़े मामलों के पुनर्मूल्यांकन की मांग की। उन्होनें कहा कि सभी राष्ट्रीय दलों को इन मामलों पर ध्यान देना चाहिए।
चुनाव आयोग से जांच की मांग
वहीं इस पूरे मामले को लेकर चुनाव आयोग पर भी कई लोग सवाल उठाते हुए नजर आ रहे हैं। असम कांग्रेस के अध्यक्ष रिपुन बोरा ने ट्वीट कर कहा कि हम उम्मीद करते हैं कि चुनाव आयोग इस मामले पर तत्काल कार्रवाई करेगा। ये बताएगा कि ऐसा कैसे हो सकता है। ईवीएम की खुली लूट और धांधली पर तुरंत रोक नहीं लगी तो कांग्रेस पार्टी चुनाव का बहिष्कार करने पर विचार करेगी।
इसके अलावा AIUDF के अध्यक्ष और सांसद मौलाना बदरुद्दीन अजमल ने भी इस मामले को लेकर ट्वीट किया। उन्होनें कहा कि ध्रुवीकरण फेल, वोटों की खरीद फेल, प्रत्याशियों की खरीद फेल, जुमलेबाजी फेल, दोहरे सीएम फेल, सीएए पर दोहरी बातें फेल। हार चुकी बीजेपी के पास अब एक ही रास्ता बचा है, EVM की चोरी। ये लोकतंत्र की हत्या है। हालांकि इस मामले को लेकर अब तक ना तो बीजेपी और ना ही चुनाव आयोग की तरफ से अब तक कोई प्रतिक्रिया आई।
आपको जानकारी के लिए बता दें कि असम में तीन चरणों में विधानसभा के चुनाव हो रहे हैं। पहले और दूसरे चरण की वोटिंग हो चुकी है। 27 मार्च को पहले चरण की वोटिंग हुई, जबकि एक अप्रैल को दूसरे चरण की। अब राज्य के अंतिम चरण के चुनाव 6 अप्रैल को होंगे। 2 मई को सभी राज्यों के साथ असम विधानसभा चुनाव के नतीजे सामने आएंगे। असम में बीजेपी के सामने अपनी सरकार बचाए रखने की चुनौती है।