नोएडा के डूब क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को जल्द ही बड़ी सौगात मिलने सकती है। इन लोगों को बिजली का कनेक्शन देने के लिए सरकार की कोशिशें तेज हो गई हैं। इसके लिए कैबिनेट को एक प्रस्ताव भी भेजा गया और जैसे ही इस पर मुहर लग जाएगी, तो नियमों का पालन करते हुए बिजली के कनेक्शन दिए जाएंगे।
शनिवार को इसका बारे में ऊर्जा मंत्री पंडित श्रीकांत शर्मा ने जानकारी दी। दरअसल, बीते दिन वो सेक्टर-58 स्थित 33/11 केवीए के उपकेंद्र का निरीक्षण करने पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने डूब क्षेत्रों के लोगों को जल्द बिजली कनेक्शन देने का भरोसा दिलाया।
कई सालों से कर रहे बिजली के लिए संघर्ष
डूब क्षेत्रों में बिजली कनेक्शन की मांग लंबे वक्त से की जा रही थीं। इसके लिए धरना प्रदर्शन भी किए गए। इसके अलावा विधायक पंकज सिंह कई बार लिखित और मौखिक रूप से इन क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को बिजली कनेक्शन देने की सिफारिश कर चुके थे। अब जब शनिवार को ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा निरीक्षण करने पहुंचे, तो उन्होंने विधायक की मांग का जिक्र किया और जल्द कनेक्शन देने का आश्वासन भी दिया।
35 हजार परिवारों को होगा फायदा
अगर डूब क्षेत्रों को बिजली का कनेक्शन मिल जाता है, तो इससे हजारों परिवार को फायदा पहुंचेगा। इस क्षेत्र के अंतर्गत हिंडन नदी के किनारे चोटपुर, छिजारसी, बहलोलपुर, सोरखा, कुलेसरा और हल्दौनी गांव की कॉलोनियां आती है। जिसमें 35 हजार से ज्यादा परिवार और करीब डेढ़ लाख लोग रहते हैं। बिजली कनेक्शन मिलने से इन लोगों को फायदा मिलेगा।
निरीक्षण के दौरान ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि नो ट्रिपिंग जोन घोषित किए जा चुके नोएडा में अगर किसी भी तरह की लापरवाही बरती जाती है, तो वो बर्दाश्त नहीं की जाएगी। लापरवाही होने पर संबंधित अधिकारियों पर कार्रवाई होगी।
ऊर्जा मंत्री ने कहा कि हमारी कोशिशें जारी हैं। प्रदेश के हर गांव और शहर में बिजली आपूर्ति के ढांचे को सुधारने के प्रयास कर रहे हैं। जहां पहले गांव में 12 घंटों भी बिजली नहीं आया करती थीं, अब 18 घंटों से ज्यादा की आपूर्ति हो रही है।
इसके अलावा उन्होंने रेंडम नंबर पर कॉल भी की और उनसे बातचीत कर बिजली संबंधित समस्याओं पर बातचीत की। ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने मल्टीपल कनेक्शन के काम में धीमी गति होने पर नाराजगी जाहिर की। उन्होंने कहा कि 270 से ज्यादा सोसाइटियां मल्टीपल कनेक्शन की इच्छा जाहिर कर चुकी हैं, लेकिन इनमें से अब तक केवल 8 ही सोसाइटियों को ये कनेक्शन दिए गए, जो काफी निराशाजनक है।