मुंबई में एक यात्री क्रूज जहाज पर नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) ने छापेमारी की, जहां नशीले पदार्थों के इस्तेमाल का भंडाफोड़ हुआ। इस केस में सुपरस्टार शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान भी बुरे तरह फंस गए हैं। आर्यन पार्टी का हिस्सा थे, जिसकी वजह से NCB ने उनको हिरासत में लिया और फिर पूछताछ की। पूछताछ के बाद आर्यन को अरेस्ट कर लिया गया और उन्हें एक दिन की कस्टडी में भी भेजा गया। जानकारी है कि छापेमारी के वक्त एमडीएमए, एक्स्टेसी, कोकीन, एमडी (मेफेड्रोन) इसके अलावा चरस जैसे नशीले पदार्थ को बरामद किया गया।
इसके अलावा LOC के पास सेना ने 25 से 30 किलोग्राम हेरोइन और कई और ड्रग्स उरी सेक्टर में पकड़ी है। इसकी कीमत 30 करोड़ रुपये से भी ज्यादा है। NCB ने गुजरात के एक रेलवे स्टेशन पर मेथाम्फेटमाइन रखने के आरोप में तीन लोगों को अरेस्ट कर लिया था। ये मेथाम्फेटमाइन एक किलोग्राम था। इस नशीले पदार्थ की जो कीमत लगाई गई वो एक करोड़ रुपये रही। सवाल ये है कि देश में कहां कहां नशे का जाल फैला है?
इतने करोड़ का होता है हेरोइन का व्यापार
साल 2020 के आंकड़ों के पर गौर किया जाए तो देश में 140,000 करोड़ रुपये के कीमत की हेरोइन का पिछले साल ही व्यापार हुआ। 142 ऑपरेशनल ड्रग सिंडिकेट देश में चल रहे हैं और हेरोइन एडिक्ट 2 मिलियन हैं। ये जो हैरानी में डालने वाले आंकड़े नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने अपने एक एक्सप्लेनेशन में बताया।
नशीली दवाओं के यूज और इन नशीली दवाओं के व्यापार ने फिल्म इंडस्ट्री को प्रभावित किया है चाहे वो हिंदी हो या कन्नड़ फिल्म इंडस्ट्री। NCB के एक्सप्लेनेशन पर गौर किया जाए तो इन सिंडिकेट के संबंध वेस्ट यूरोप हो या फिर कनाडा, अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया हो या फिर साउथ अमेरिकी या वेस्ट एशिया यहां के देशों से रहे हैं। एनसीबी ने जितना आंका है उसके मुताबिक 360 मीट्रिक टन खुदरा हेरोइन और करीब करीब 36 मीट्रिक टन थोक हेरोइन की जो तस्करी की जाती है। वो हर साल ही भारत के अलग-अलग शहरों में होती है।
गिरफ्तारियों से जुड़े आंकड़ें भी जान लीजिए…
आंकड़ों पर गौर किया जाए तो 2 मिलियन एड्क्टेड लोग रोज करीब 1,000 किलोग्राम हाई क्वालिटी वाली हेरोइन का इस्तेमाल करते हैं। देश में नशीली दवाओं की तस्करी का केंद्र पंजाब बना हुआ है। पिछले साल की बात करें तो राज्य से 15,449 लोग अरेस्ट किए गए बस ड्रग स्मगलिंग के आरोप में। 36 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में जो टोटल अरेस्ट किए गए लोग रहे उनकी संख्या 74,620 रहीं। ये गिरफ्तारियां NDPS एक्ट के अंतर्गत की गयी। पिछले साल हुईं अरेस्ट किए जाने की कुल संख्या थी वो 18,600 थी जिनमें से 5,299 पंजाब से ही रहे।
देशभर में चलने वाले सिंडिकेट में से जो 25 सिंडिकेट है वो पंजाब, हिमाचल प्रदेश और हरियाणा के कुछ अलग अलग हिस्सों से चलते हैं। वहीं अगर राजस्थान की बात की जाए तो वहां नौ सिंडिकेट हैं। NCB की एनालिसिस के हिसाब से देखें तो केरल, तमिलनाडु और लक्षद्वीप में करीब करीब 10 बड़े ड्रग सिंडिकेट हैं।