द्रौपदी मुर्मू ने 25 जुलाई यानी की सोमवार को देश के 15वें राष्ट्रपति के तौर पर शपथ ली। द्रोपदी मुर्मू देश की पहली महिला आदिवासी राष्ट्रपति हैं। द्रौपदी मुर्मू को चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया एनवी रमणा ने राष्ट्रपति पद की शपथ दिलाई। इसके बाद उन्हें 21 तोपों की सलामी भी दी गई। शपथ ग्रहण समारोह संसद भवन के सेंट्रल हॉल में हुआ।
द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्रपति पद की शपथ लेने के बाद पहली बार संबोधन दिया। इस दौरान उन्होंने सभी देशवासियों, देश के सांसदों और विधायकों का आभार व्यक्त किया। राष्ट्रपति शपथ समारोह के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी, पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू और लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला जैसे तमाम बड़े नेता भी मौजूद रहे।
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द्रौपदी मुर्मू का पहला संबोधन
द्रौपदी मुर्मू ने संबोधन के दौरान कहा कि मैं देश की ऐसी पहली राष्ट्रपति हूं जिसका जन्म आज़ाद भारत में हुआ है। मैं जनजातीय समाज से हूं और वार्ड कौन्सिलर से लेकर भारत की राष्ट्रपति बनने तक का जो मुझे मिला है वो लोकतंत्र की जननी भारतवर्ष की ही महानता है। उन्होंने आगे कहा कि ये हमारे लोकतंत्र की ही शक्ति है जिसने एक गरीब घर में पैदा हुई बेटी को भारत के सर्वोच्च पद यानि की राष्ट्रपति के पद पर यहां तक पहुंचाया है। द्रौपदी मुर्मू ने आगे कहा कि राष्ट्रपति के पद तक पहुँचना, मेरी व्यक्तिगत उपलब्धि नहीं है, ये भारत के प्रत्येक गरीब की उपलब्धि है। मेरा इस पद तक पहुंचना इस बात का सबूत है कि यहां हर व्यक्ति सपने देख सकता है और उसे पूरा भी कर सकता है।
आजादी के 75वें साल में मुझे ये नया दायित्व मिला- द्रौपदी मुर्मू
द्रौपदी मुर्मू ने अपने संबोधन में आगे कहा कि मुझे राष्ट्रपति के रूप में देश ने एक ऐसे महत्वपूर्ण कालखंड में चुना है, जब हम अपनी आज़ादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं। आज से कुछ दिन बाद ही देश अपनी स्वाधीनता के 75 साल पूरे करेगा। ये भी एक संयोग है कि जब देश अपनी आजादी का 50वां साल मना रहा था तभी मेरे राजनीतिक जीवन की शुरुआत हुई थी और आज आजादी के 75वें साल में मुझे ये नया दायित्व मिला है।
देश की दूसरी महिला राष्ट्रपति बनी
बता दें कि द्रौपदी मुर्मू ओडिशा की रहने वाली हैं। इससे पहले वे झारखंड की राज्यपाल भी रह चुकी है। द्रौपदी मुर्मू राष्ट्रपति पद पर काबिज होने वाली सबसे युवा शख्सियत है। वहीं प्रतिभा पाटिल देश की 12वीं राष्ट्रपति थी और अब उनके बाद द्रौपदी मुर्मू देश की 15वीं और दूसरी महिला राष्ट्रपति बन गई है।