पतंजलि योगपीठ के संस्थापक और योग गुरु रामदेव अपनी बयानबाजियों को लेकर इन दिनों चर्चा में बने हुए हैं। रामदेव और इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के बीच मामला अभी ठंडा पड़ने का नाम नहीं ले रहा है। पिछले दिनों रामदेव ने डॉक्टरों और एलोपैथी पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। जिसके बाद स्वास्थ्य मंत्रालय ने इस मामले पर एक्शन लिया।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने रामदेव को पत्र लिखकर अपील की थी कि वह आईएमए से माफी मांगे। तब रामदेव ने अपना बयान वापस लिया था। लेकिन उसके कुछ दी देर बाद उन्होंने ट्विट करते हुए एलोपैथी और आईएमए से 25 सवाल पूछे थे।
इसी बीच एक टीवी शो के दौरान योग गुरु रामदेव और आईएमए के प्रतिनिधियों के बीच तीखी तोकझोक देखने को मिली। बहस के दौरान कभी रामदेव आईएमए को निशाने पर ले रहे थे तो कभी आईएमए के लोग बाबा रामदेव को…
‘मेरी कुर्ता…लंगोट की बात मत कीजिए’
प्राइवेट न्यूज चैनल आज तक पर बहस के दौरान इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष डॉ राजन शर्मा और आईएमए के महासचिव डॉ जयेश एम लेले ने रामदेव पर जमकर हमला बोला। टीवी डिबेट के दौरान एक बार डॉ लेले ने रामदेव पर बरसते हुए कहा आप चुप रहिए..चुप..चुप…चुप..यू कीप क्वाइट…यू कीप क्वाइट।
शो के दौरान आईएमए के पूर्व अध्यक्ष डॉ राजन शर्मा और स्वामी रामदेव के बीच तीखी बहस हुई। डॉ रामदेव ने कहा, आज भी ऐलोपैथिक के पास कई ऐसे मर्ज जिसका कोई निदान नहीं है जबकि आयुर्वेद में बीपी, सुगर, थॉयराइड जैसी बीमारियों का इलाज है।
राजन शर्मा ने बाबा रामदेव से कहा कि आप लेवल 3 में जाकर धोती कुर्ता में जाकर काम कीजिए। इसके जवाब में बाबा रामदेव भड़क गए और कहा कि आप मेरी कुर्ता, लंगोट की बात मत कीजिए। आप खुद को सर्व शक्तिमान मत मानिए।
‘…सारे मर्ज का इलाज है हमारे पास’
रामदेव ने एलोपैथी को निशाने पर लेते हुए कहा, हमारे पास हाइपरटेंशन, बीपी, सुगर, जैसी ऐसी बीमारियों का इलाज है। हमारे पास एक करोड़ पेशेंट का डेटा है जिनको हमने ठीक किया है। बाबा रामदेव ने कहा कि सीरियस पेशेंट, सर्जरी, लाइफ सेविंग ड्रग्स को छोड़कर मैं दावा करता हूं कि सारे मर्ज का इलाज हमारे पास है।
पतंजलि के संस्थापक ने कहा कि मैं मेडिकल साइंस का सम्मान करता हूं। आप भी योग साइंस का सम्मान कीजिए। उन्होंने कहा, डॉक्टरों के योगदान को स्वामी रामदेव ने कभी नहीं नकारा लेकिन टिप्पणी सुकर इतने असहिष्णु क्यों हो जाते हैं। यहीं टिप्पणी जब अमेरिका के डॉक्टर करते हैं तो हम उनके खिलाफ बोल नहीं पाते हैं।
वहीं, डॉ शर्मा ने कहा, हम लोग 24-24 घंटे लोगों की सेवा कर रहे हैं और आप डॉक्टरों को मजाक बना रहे हैं। इस दौरान आईएमए के महासचिव डॉ जयेश एम लेले ने कहा कि आपकी कोरोनिल अगर इतनी सार्थक थी तो फिर इतने लोग क्यों मरे।