पश्चिम बंगाल में आने वाले कुछ ही महीनों में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। जिसे लेकर राजनीतिक पार्टियों ने अपनी तैयारियां तेज कर दी है। ममता बनर्जी के नेतृत्व में सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस फिर से बंगाल मे सरकार बनाने की तैयारियों में लगी है। दूसरी ओर पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव 2016 में 3 सीटों पर जीत हासिल करने वाली भारतीय जनता पार्टी ममता बनर्जी को टक्कर देने के लिए मैदान में है।
बीजेपी की ओर से दावा किया जा रहा है कि इस बार चुनाव में वे 200 से ज्यादा सीटों पर जीत हासिल करेंगे लेकिन पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी के दबदबे को भी नकारा नहीं जा सकता है। पिछले दो बार से उनकी पार्टी पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाती आ रही है।
आगामी चुनाव को लेकर प्रदेश की सियासत मे हलचल तेज हो गई है। सत्तारुढ़ और विपक्षी पार्टियों के बीच जमकर बयानबाजियां हो रही है। हाल ही में सीएम ममता बनर्जी ने खुद को रॉयल बंगाल टाइगर कहा था। जिसपर बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने पलटवार करते हुए उन्हें बिल्ली करार दिया है।
‘ममता की पार्टी के सारे खिलाड़ी हमारी ओर’
बंगाल बीजेपी अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा है कि ‘ममता बनर्जी खुद को रॉयल बंगाल टाइगर मानती हैं। असली बाघ खुद को बाघ नहीं कहते। अब उनकी स्थिति एक बिल्ली जैसी है। यहां तक कि उनकी पार्टी के सदस्य और प्रशासनिक अधिकारी भी उनसे नहीं डरते।‘ दिलीप घोष ने कहा, ममता की पार्टी के सारे खिलाड़ी हमारी टीम में हैं, ऐसे में टीएमसी के लिए कोई भी खेल दिखाना असंभव है।
बंगाली ही बंगाल पर करेगा शासन- ममता बनर्जी
दरअसल, पिछले दिनों एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने बीजेपी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जोरदार हमला बोला था। उन्होंने कहा था कि गुजरात नहीं, बंगाली ही बंगाल पर शासन करेगा। बीजेपी जमींदारों की पार्टी है, उन्हें लूटने नहीं दूंगी।
सीएम बनर्जी ने पीएम मोदी के उस बयान का जिक्र किया, जिसमे पीएम ने कहा था कि बंगाल में सरकारी कर्मचारियों को सैलरी नहीं मिलती है। ममता बनर्जी ने कहा, कौन से सरकारी कर्मचारी को सैलरी नहीं मिली है, जरा दिखाए मोदी बाबू। उन्होंने भारत सरकार पर सरकारी कंपनियों के प्राइवेटाइजेशन को लेकर भी हमला बोला था।