अब सरदार पटेल को लेकर देश की राजनीति गर्मा गई है। बीजेपी ने कांग्रेस पर पटेल का अपमान करने का आरोप लगाया है। दरअसल, बीजेपी ने कांग्रेस की हाल ही में हुई CWC की बैठक को लेकर पार्टी को घेरा। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस बैठक में गांधी परिवार के प्रति वफादारी दिखाने की कोशिश की। जिसके चलते कुछ विवादित बातें भी बैठक में कही गई। कांग्रेस नेता तारिक हमीद कर्रा ने कहा कि सिर्फ गांधी परिवार ही देश को एकजुट रख सकता है। इसलिए राहुल गांधी पार्टी नेतृत्व की भूमिका में वापस आएं।
सरदार पटेल को लेकर दिया गया ये विवादित बयान
इस दौरान वो नेहरू की तारीफ करते नजर आए, तो वहीं सरदार पटेल पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि केवल नेहरू ही वो कारण है, जिसकी वजह से आज जम्मू-कश्मीर बारत के साथ है। नेहरू ने जम्मू कश्मीर को भारत में शामिल किया, जबकि पटेल जम्मू-कश्मीर पाकिस्तान को सौंपने के लिए जिन्ना के साथ थे। हालांकि बताया ये भी कहा कि उनकी इन बातों के लिए CWC के सदस्यों ने बीच में ही उन्हें टोका और याद कराया कि पटेल भारत के एकीकरण में योगदान देने वाले पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष थे।
संबित पात्रा बोले- कांग्रेस ने पाप किया
अखबार में छपी इसी खबर को लेकर बीजेपी ने कांग्रेस पार्टी को खूब घेरा। बीजेपी के प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि CWC बैठक में सरदार पटेल को एक विलेन के तौर पर पेश करने की कोशिश की गई, तब सोनिया गांधी ने क्या इसको रोकने की कोशिश की? वो बोले कि कांग्रेस नेता के ऐसे विवादित बयान का एक ही मकसद है, वो ये कि गांधी परिवार की विरासत को किस तरह आगे बढ़ाया जाए और चाटुकारिता की पराकाष्ठा किस तरह बनी रही।
‘किसी के नाम पर भी भ्रम फैला सकती है कांग्रेस’
संबित पात्रा आगे बोले कि कांग्रेस ने सरदार पटेल को जिन्ना के साथ जोड़कर पाप किया। उन्होंने कहा कि आज ये साफ हो गया कि परिवार की विरासत को ऊपर रखने के लिए कांग्रेस पार्टी किसी का भी अपमान कर सकती है, चाहे वो सुभाष चंद्र बोस हो, वीर सावरकर या फिर सरदार पटेल। वो किसी के भी नाम पर भ्रम फैला सकती है।
वो आगे बोले कि जब इस तरह की बातें मीटिंग में कही जा रही थीं, तो वहां मौजूद राहुल गांधी और सोनिया गांधी ने ये नहीं कहा कि ऐसी बातें नहीं ही जानी चाहिए। क्या पार्टी के उन नेता को निलंबित नहीं किया गया, जिन्होंने ऐसा विवादित बयान दिया।
CWC की बैठक में सिर्फ सरदार पटेल को लेकर ही विवादित बयानबाजी नहीं हुई, बल्कि पीवी नरसिम्हा राव को लेकर भी ऐसा किया गया। तिरुपति से सांसद रहे चिंता मोहन ने कहा कि पूर्व पीएम पीवी नरसिम्हा राव कांग्रेस की विचारधारा के प्रति बेईमान थे। उन्होंने पार्टी को नष्ट करने का काम किया था।