कोरोना महामारी ने महाराष्ट्र में भयंकर तबाही मचाई हुई है। कोरोना को काबू में लाने में राज्य में एक मई तक लॉकडाउन जैसी पाबंदियां लगाई हुई है। बावजूद इसके वहां कोरोना कंट्रोल में आने का नाम नहीं ले रहा। रोजाना ही महाराष्ट्र से 50 हजार से ज्यादा नए कोरोना मामले सामने आ रहे हैं।
बढ़ते कोरोना केस के बीच महाराष्ट्र की राजनीति गर्माई हुई है। राज्या के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस लगातार विवादों में हैं। पहले रेमडेसिविर दवाई को लेकर जमकर बवाल मचा। अब इसके बाद फडणवीस एक और वजह से चर्चाओं में आ गए है। ये वजह है फडणवीस के 22 साल के भतीजे को वैक्सीन लगने का।
उम्र नहीं, फिर भी लगवा ली वैक्सीन
देश में कोरोना वैक्सीनेशन का महाअभियान चल रहा है। अभी केवल 45 से ऊपर के लोगों को ही वैक्सीन लगाने की इजाजत सरकार ने दी हुई है। हालांकि बीते दिन सोमवार को केंद्र ने इस उम्र सीमा को घटाकर 18 कर दिया। यानि 18 से ऊपर के सभी लोगों को वैक्सीन लग पाएगी। लेकिन इसका अभियान एक मई से शुरू होगा।
अभी देश में सिर्फ 45 से ऊपर के लोगों को ही वैक्सीन की डोज मिल रही है। बावजूद इसके महाराष्ट्र के पूर्व देवेंद्र फडणवीस के भतीजे तन्मय ने वैक्सीन लगवा ली। उनकी उम्र 45 से कम की है। कांग्रेस ने इस मामले को लेकर बीजेपी और फडणवीस को जमकर घेरा।
ले ली वैक्सीन की दोनों डोज
दरअसल, सोशल मीडिया पर एक नागपुर के नेशनल कैंसर इंस्टीट्यूट से एक युवा की तस्वीर वैक्सीन लेते हुए वायरल हो रही है। कांग्रेस का दावा है कि ये युवा फडणवीस के भतीजे तन्मय है। तन्मय पर ये आरोप लगा है कि उन्होंने खुद वैक्सीन लेते हुए अपनी फोटो सोशल मीडिया पर डाली थी, लेकिन बाद में उसे डिलीट कर दिया।
मिली जानकारी के मुताबिक तन्मय एक इंजीनियर हैं। उन्होंने वैक्सीन की पहली डोज मुंबई में ली थीं, जबकि दूसरी नागपुर में लीं। सोशल मीडिया पर तन्मय के वैक्सीन लेने पर विवाद शुरू हो गया।
कांग्रेस ने जमकर निकाली भड़ास
महाराष्ट्र की कांग्रेस इकाई ने मामले पर ट्वीट करते हुए लिखा- ‘सरकार ने 45 साल से ऊपर लोगों को ही वैक्सीन लगाने की शर्त रखी है। ऐसी स्थिति में 45 से कम उम्र के फडणवीस के भतीजे का टीकाकरण कैसे हो सकता है? बीजेपी नेताओं के परिवारों का जीवन अहम है। क्या आम लोगों का जीवन कुछ नहीं?’
४५ वर्षांवरील लोकांनाच लस देण्याची अट मोदी सरकारने घातलीये. असं असताना फडणवीसांच्या ४५ वर्षांपेक्षा कमी वय असलेल्या पुतण्याला लस मिळतेच कशी?
भाजप नेत्यांच्या कुटुंबीयांचा जीव महत्त्वाचा मग इतर लोक काय किडेमुंग्या आहेत का? त्यांच्या जिवाची काहीच किंमत नाही का! pic.twitter.com/oN49h5xiiC
— Maharashtra Congress (@INCMaharashtra) April 19, 2021
इसके अलावा कांग्रेस नेता श्रीवत्स ने इस मामले को लेकर ट्वीट करते हुए- ‘प्रिय देवेंद्र फडणवीस जी क्या आपका भतीजा तन्मय फडणवीस 45+ उम्र का है? अगर नहीं तो वो वैक्सीन लेने के लिए कैसे योग्य है? रेमडेसविर की तरह ही, क्या आप टीकों का भंडारण कर रहे हैं और इसे अपने परिवार के सदस्यों को दे रहे हैं? लोग मर रहे हैं। वैक्सीन की कमी है, लेकिन फडणवीस परिवार सुरक्षित है।’
Dear @Dev_Fadnavis, is your Nephew Tanmay Fadnavis 45+ years old?
If not, how is he eligible for taking the Vaccine?
Just like Remdesivir, are you hoarding Vaccines & giving it to your family members?
People are dying. There is Vaccine Shortage. But Fadnavis family is Safe. pic.twitter.com/6vjwIqNuEI
— Srivatsa (@srivatsayb) April 19, 2021
श्रीवत्स ने एक और ट्वीट करते हुए कहा- ‘मोदी जी, बीजेपी नेताओं के परिवारों को 45 साल से कम उम्र के सदस्यों को किस कानून के मुताबिक टीका लग रहा है? तन्मय, फडणवीस ने अपराध किया। उनको तुरंत गिरफ्तार किया जाना चाहिए। जालसाज फडणवीस फिर से पकड़े गए। महाराष्ट्र की जनता देख रही है कि गद्दार क्या होता है।’
वहीं इस मामले को लेकर फडणवीस की तरफ से भी सफाई दी गई। वो बोले कि तन्मय मेरे दूर के रिश्तेदार है। मुझे नहीं पता कि किस मापदंड के तहत उनको वैक्सीन मिलीं। ये गाइडलाइंस के तहत हुआ तो कोई आपत्ति नहीं। लेकिन अगर गाइडलाइंस का उल्लंघन हुआ, तो ये गलत है। मेरे पत्नी और बेटी ने भी वैक्सीन नहीं लगवाई क्योंकि वो अभी इसके लिए योग्य नहीं। मेरा ऐसा मानना है कि नियमों का पालन किया जाना चाहिए।