Delhi News: दिल्ली में शुक्रवार देर रात एक बार फिर प्राइवेट स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी दी गई। डीपीएस, मॉडर्न स्कूल, कैम्ब्रिज स्कूल, और सलवान पब्लिक स्कूल जैसे प्रमुख स्कूलों को ई-मेल के जरिए यह धमकी मिली (High Alert in Delhi School)। मौके पर पुलिस और दमकल विभाग मौजूद हैं, और सुरक्षा जांच तेजी से जारी है। धमकी भरे ई-मेल में दावा किया गया है कि स्कूल परिसरों में विस्फोटक लगाए गए हैं, जो 13 या 14 दिसंबर को फट सकते हैं।
और पढ़ें: बेंगलुरु इंजीनियर आत्महत्या मामला: एक पिता का दर्द, न्याय प्रणाली पर सवाल और #MenToo आंदोलन का उभार
स्कूलों को कब मिली धमकी? (Delhi News)
ई-मेल धमकी शुक्रवार रात 12:54 बजे भेजी गई। सुबह 6:23 बजे श्रीनिवासपुरी स्थित कैम्ब्रिज स्कूल और 6:35 बजे डीपीएस अमर कॉलोनी ने ई-मेल देखी। इसके तुरंत बाद स्कूल प्रशासन ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने सभी प्रभावित स्कूलों के आसपास सुरक्षा कड़ी कर दी है। बच्चों और कर्मचारियों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए पूरे स्कूल परिसर की तलाशी ली जा रही है।
ई-मेल में क्या लिखा था?
ई-मेल में दावा किया गया है कि स्कूलों में कई शक्तिशाली बम लगाए गए हैं (Delhi Bomb News)। इसमें लिखा गया, “यह ई-मेल आपको सूचित करने के लिए है कि आपके स्कूल परिसर में कई विस्फोटक हैं। यह गतिविधि एक गुप्त डार्क वेब समूह द्वारा संचालित है। बम 13 या 14 दिसंबर को फट सकते हैं। हमारी मांगों का जवाब दें, अन्यथा बम विस्फोट हो जाएगा।”
ई-मेल में यह भी जिक्र था कि छात्रों के बैग की ठीक से जांच नहीं की जाती और सामूहिक मैदान में भारी भीड़ होती है, जो हमले को और घातक बना सकती है।
पहले भी मिल चुकी है धमकी
चार दिन पहले भी दिल्ली के 40 प्रतिष्ठित स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी दी गई थी। इनमें आरकेपुरम स्थित डीपीएस, जीडी गोयनका, मदर मैरी ब्रिटिश स्कूल, और सलवान पब्लिक स्कूल शामिल थे। उस समय धमकी में 25 लाख 40 हजार रुपये की मांग की गई थी। एहतियात के तौर पर छात्रों को घर भेज दिया गया था और पुलिस ने सभी स्कूल परिसरों की गहन जांच की थी।
सुरक्षा जांच और प्रशासन का रुख
पुलिस ने इस बार भी सभी धमकी भरे ई-मेल की जांच शुरू कर दी है। सभी प्रभावित स्कूलों के आसपास सुरक्षा बल तैनात कर दिए गए हैं। स्कूल प्रशासन ने छात्रों और अभिभावकों से शांति बनाए रखने और अफवाहों से बचने की अपील की है।
प्रारंभिक जांच में क्या मिला?
अभी तक किसी स्कूल में विस्फोटक सामग्री नहीं मिली है। हालांकि, सुरक्षा को देखते हुए तलाशी अभियान जारी है। पुलिस का कहना है कि इस तरह के ई-मेल गंभीर दहशत फैलाने के लिए भेजे जाते हैं। साइबर क्राइम टीम ई-मेल के स्रोत का पता लगाने में जुटी हुई है।
अभिभावकों में बढ़ी चिंता
इस घटना के बाद अभिभावकों में बच्चों की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ गई है। वे स्कूल प्रशासन और पुलिस से सख्त कदम उठाने की मांग कर रहे हैं।
दिल्ली की मुख्यमंत्री का बयान
दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी के अनुसार, भाजपा के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय सरकार सुरक्षा सुनिश्चित करने की अपनी एकमात्र जिम्मेदारी निभाने में विफल रही है। दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर निशाना साधते हुए दावा किया कि शहर के निवासियों ने कानून और व्यवस्था की ऐसी भयावह स्थिति कभी नहीं देखी। बम धमकियों और संबंधित आपात स्थितियों से निपटने के लिए, दिल्ली उच्च न्यायालय ने 19 नवंबर को दिल्ली सरकार और दिल्ली पुलिस को एक व्यापक कार्य योजना बनाने का आदेश दिया था जिसमें एक व्यापक मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) शामिल हो। इन निर्देशों को पूरा करने के लिए अदालत ने आठ सप्ताह का समय दिया है।
और पढ़ें: जौनपुर के इंजीनियर अतुल सुभाष का सुसाइड: न्यायिक व्यवस्था पर उठाए गंभीर सवाल, Video Viral