Delhi News: देश की राजधानी दिल्ली में रेडलाइट्स पर किन्नरों और उनके साथियों द्वारा राहगीरों से जबरन पैसे मांगने की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं। भारतीय जनता युवा मोर्चा (BJYM) की सदस्य अपूर्वा सिंह ने हाल ही में अपने ट्विटर हैंडल पर इस मुद्दे को उठाया है, जिसमें उन्होंने बताया कि कैसे किन्नर और उनके साथ जुड़े कुछ युवक लोगों से पैसे मांगते हैं, और न देने पर उन्हें छूते हैं और आपत्तिजनक शब्दों का प्रयोग करते हैं।
अपूर्वा सिंह का अनुभव- Delhi News
अपूर्वा सिंह ने ट्वीट किया, “आज मेरे साथ बहुत हैरान कर देने वाली घटना हुई। दिल्ली की कुछ रेडलाइट्स पर किन्नर और किन्नरों की आड़ में उनके साथ ही गैंग में मिले हुए लड़के, पैसे माँगते हैं लोगों से। अगर पैसे नहीं देते तो टच करते हैं और बेहद आपत्तिजनक शब्द इस्तेमाल करते हैं। इस नेटवर्क पर सख्त कार्रवाई करे @DelhiPolice”।
आज मेरे साथ बहुत हैरान कर देने वाली घटना हुई
दिल्ली की कुछ रेडलाइट्स पर किन्नर और किन्नरों की आड़ में उनके साथ ही गैंग में मिले हुए लड़के, पैसे माँगते है लोगो से. अगर पैसे नही देते तो टच करते है और बेहद आपत्तिजनक शब्द इस्तेमाल करते हैं. इस नेटवर्क पर सख्त कारवाई करे @DelhiPolice pic.twitter.com/EJ5cFBB9Wn
— Apurva Singh (@iSinghApurva) March 6, 2025
रेडलाइट्स पर बढ़ती घटनाएं
दिल्ली में रेडलाइट्स पर किन्नरों द्वारा पैसे मांगना कोई नई बात नहीं है, लेकिन हाल के दिनों में इसमें शामिल युवकों की आक्रामकता और जबरदस्ती की घटनाएं बढ़ी हैं। राहगीरों का कहना है कि न देने पर उन्हें शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जाता है, जिससे वे असुरक्षित महसूस करते हैं।
पुलिस की भूमिका और चुनौतियां
दिल्ली पुलिस के लिए यह एक गंभीर चुनौती बन गई है। रेडलाइट्स पर होने वाली इन घटनाओं को नियंत्रित करना मुश्किल हो रहा है, क्योंकि ये समूह अचानक प्रकट होते हैं और घटना को अंजाम देकर तुरंत गायब हो जाते हैं। इसके अलावा, किन्नर समुदाय के प्रति समाज में संवेदनशीलता के कारण पुलिस कार्रवाई करने में संकोच करती है, जिससे अपराधियों को बढ़ावा मिलता है।
समाज की प्रतिक्रिया
समाज के विभिन्न वर्गों ने इस मुद्दे पर चिंता व्यक्त की है। लोगों का कहना है कि किन्नर समुदाय के कुछ सदस्यों द्वारा किए जा रहे ऐसे कृत्य पूरे समुदाय की छवि को धूमिल करते हैं। इसके अलावा, आम जनता के लिए यह एक बड़ी समस्या बनती जा रही है, जिससे उनकी दैनिक जिंदगी प्रभावित हो रही है।
आवश्यक कदम
- पुलिस कार्रवाई: दिल्ली पुलिस को चाहिए कि वे ऐसे समूहों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें और रेडलाइट्स पर गश्त बढ़ाएं।
- जनजागरूकता: लोगों को इस प्रकार की घटनाओं के प्रति जागरूक किया जाए और उन्हें सलाह दी जाए कि वे ऐसी परिस्थितियों में कैसे प्रतिक्रिया दें।
- किन्नर समुदाय का सहयोग: समुदाय के नेताओं को आगे आकर ऐसे असामाजिक तत्वों की पहचान करनी चाहिए और उन्हें रोकने के लिए पुलिस का सहयोग करना चाहिए।
- कानूनी प्रावधान: ऐसे कृत्यों के लिए सख्त कानूनी प्रावधान बनाए जाएं, जिससे अपराधियों को कड़ी सजा मिल सके।
दिल्ली की सड़कों पर बढ़ती इन घटनाओं ने सुरक्षा के प्रति गंभीर सवाल खड़े किए हैं। आवश्यक है कि पुलिस, समाज और किन्नर समुदाय मिलकर इस समस्या का समाधान निकालें, ताकि राजधानी की सड़कों पर सभी नागरिक सुरक्षित महसूस कर सकें।