पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी ने पिछले 2 लोकसभा चुनावों से लगातार जीत हासिल करते आ रही है। विपक्षी पार्टियां तमाम कोशिशों के बावजूद भी बीजेपी को टक्कर दे पाने में नाकाम साबित हो रही है।
खबरों की मानें तो लोकसभा चुनाव 2024 के लिए विपक्ष अभी से ही अपनी तैयारियों में लग गया है। बीजेपी को टक्कर देने के लिए थर्ड फ्रंट बनाए जाने पर भी चर्चा जारी है। इसी बीच वामपंथी पार्टी सीपीआईएम ने मोदी से मुकाबले के लिए अपनी विचारधारा को ही बदलने का ऐलान किया है।
राष्ट्रवाद की विचारधारा को खारिज करने वाली वामपंथी पार्टी अब बीजेपी की राष्ट्रवाद की नीति से मुकाबला करने के लिए रणनीति बनाने में जुट गई है। जिसके तहत यह पहली बार होगा कि स्वतंत्रता दिवस (15 अगस्त) के अवसर पर सीपीआई एम के अलीमुद्दीन स्ट्रीट स्थित कार्यालय मुजफ्फर अहमद भवन में तिरंगा झंडा फहराया जाएगा।
शीर्ष नेतृत्व की मौजूदगी में फहराया जाएगा तिरंगा
खबरों के मुताबिक सीपीआई एम की केंद्रीय समिति की बैठक के आखिरी दिन (रविवार) इस प्रस्ताव को स्वीकार किया गया। केंद्रीय समिति की तीन दिवसीय वर्चुअल बैठक के दौरान पश्चिम बंगाल सीपीआई एम ने स्वतंत्रता दिवस पर राष्ट्रीय ध्वज फहराने का प्रस्ताव रखा था, जिसे केंद्रीय समिति की ओर से मंजूरी मिल गई है।
पश्चिम बंगाल सीपीआई एम ने तय किया है कि स्वतंत्रता दिवस समारोह का आयोजन माकपा राज्य कार्यालय मुजफ्फर अहमद भवन में किया जाएगा। वहां, पार्टी के शीर्ष नेतृत्व की मौजूदगी में तिरंगा झंडा फहराया जाएगा। माकपा के इतिहास में ऐसा पहली बार होगा कि पार्टी स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर तिरंगा झंडा फहराएगा।
‘राष्ट्रीय ध्वज के साथ टीएमसी का झंडा भी फहराएगी CPIM’
बताते चले कि बीजेपी को रोकने के लिए वामपंथी पार्टी तरह-तरह की रणनीति बनाने में लगी हुई है। त्रिपुरा में बीजेपी को रोकने के लिए भी सीपीआई एम अपनी रणनीतियों पर काम कर रही है। इस मसले पर लोगों का कहना है कि बीजेपी ने राष्ट्रवाद का फायदा उठाकर देश की जनता को प्रभावित किया है। उससे मुकाबले के लिए सभी राजनीतिक पार्टियों को अपनी रणनीति में परिवर्तन करना चाहिए।
दूसरी ओर बीजेपी ने सीपीआई एम के इस फैसले का माखौल उड़ाया है। बीजेपी नेता शमिक भट्टाचार्य ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, ‘राष्ट्रीय ध्वज के साथ अलीमुद्दीन की छत पर टीएमसी का झंडा देखा जा सकता है। सीपीएम जल्द से जल्द टीएमसी से जुड़ने का रास्ता निकालने की कोशिश कर रही है।‘