2 साल पहले चीन से एक ऐसी आफत आई थी, जिसने पूरी दुनिया को हिलाकर रख दिया। कोरोना वायरस नाम की इस महामारी ने दुनियाभर के लोगों के जनजीवन को अस्त व्यस्त किया। भारत में भले ही कोरोना के मामले काफी कम हो, लेकिन खतरा अब तक पूरी तरह से टला नहीं। कोरोना की नई लहर कब दस्तक दे दे, कोई नहीं कह सकता। क्योंकि अभी भी कुछ देश ऐसे हैं, जो इस महामारी से जूझ रहे है।
कोरोना मरीजों के लिए आएगी दवा
वैसे तो कोरोना से बचने का इकलौता वैक्सीन ही है, जो पूरी दुनिया में वक्त लगाई जा रही है। भारत में भी कोरोना वैक्सीनेशन का काम जोरों-शोरों पर चल रहा है। लेकिन इस बीच वायरस से लड़ाई में एक और बड़ा हथियार जल्द हमें मिल सकता है। ये हथियार होगा गोली यानी पिल्स का।
जी हां, कोरोना के इलाज के लिए देश में ही एक एंटी वायरल दवाई जल्द आ सकती है। ये उन लोगों पर कारगर साबित हो सकती है, जिनमें कोरोना के हल्के से लेकर मीडियम लक्षण होंगे। कोरोना मरीजों को ये गोली दिए जाने से अस्पताल में एडमिट होने और मौत के खतरे को कम किया जा सकता है।
वैसे तो अब तक कोरोना की दो दवाएं बनकर तैयार हो गईहै, जिसमें से एक अमेरिकी कंपनी फाइजर की Paxlovid और दूसरी मर्क की Molnupiravir है। फाइजर की पैक्सलोविड में कुछ और समय लग सकता है, जबकि Molnupiravir को जल्द इमरजेंसी इस्तेमाल के लिए मंजूरी मिलने के आसार है।
ऐसे काम करेगी ये दवा
बात Molnupiravir दवा की करें तो ये एक कैप्सूल में रूप में होगी। दवा कोरोना के लक्षण कम करने में कारगर साबित होती है। साथ ही इसका कोई नेगिटिव इम्पेक्ट भी देखने को नहीं मिलता। इस दवा को कोरोना संक्रमण के शुरुआती दिनों में काफी असरदार पाया गया।
इतनी हो सकती है कीमत
बात अगर दवाई की कीमत की करें तो शुरुआत में ये 2 हजार से 4 हजार रुपये तक में मिल सकती है। हालांकि बाद में इसकी कीमत कम होने की संभावना है। बाद में ये 500 से एक हजार में भी मिल सकती है। बता दें कि इस दवाई को एक देश अनुमति दे चुका है और वो है ब्रिटेन। बीते गुरुवार को ब्रिटेन ने इस दवाई को मंजूरी देने वाला पहला देश बना। वहां 18 साल और उससे ज्यादा उम्र के लोगों के लिए दवा को मंजूरी दी गई।