कोरोना महामारी की दूसरी लहर की वजह तबाही का आलम है। देश में हर तरफ हाहाकार मचा हुआ है। कई मरीजों को ऑक्सीजन नहीं मिल पा रही, तो कई जगहों पर बेड्स ही उपलब्ध नहीं। लेकिन इस बीच चिंता की बात ये है कि एक्सपर्ट तीसरी लहर की भी आशंका अभी से जताने लगे है। एक्सपर्ट्स की मानें तो देश को कोरोना की तीसरी लहर का भी सामना करना पड़ सकता है।
कोरोना की ये तीसरी लहर कब आएगी? कितना प्रकोप इसका देखने को मिल सकता है? और कैसे इस लहर से बचा जा सकता है? आइए इसके बारे में हम आपको डिटेल में बता देते हैं…
इसलिए आएगी तीसरी लहर…
केंद्र सरकार के प्रिंसिपल साइंटिफिक एडवाइजर प्रोफेसर विजय राघवन ने बताया कि देश में कोरोना की दूसरी के बाद तीसरी लहर भी आएगी। लेकिन ये कब आएगी और कितनी खतरनाक होगी? इसके बारे में फिलहाल कुछ भी कहना मुश्किल है।
उन्होंने बताया कि कोरोना के वेरिएंट लगातार बदल रहे हैं, इसलिए हमको तीसरी लहर के लिए तैयार रहना चाहिए। साथ में उन्होंने ये बताया कि वैक्सीन प्रभावी होगी, लेकिन वैज्ञानिक इसको अपग्रेड करने की कोशिश कर रहे हैं।
वहीं बेंगलुरु के इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक हेल्थ में महामारी एक्सपर्ट डॉ. गिरिधर बाबू ने कहा कि तीसरी लहर के ठंड में आने की संभावना है। नवंबर के अंत या दिसंबर की शुरुआत में ये लहर आ सकती है। उन्होंने बताया कि तीसरी लहर से युवा आबादी को प्रभावित कर सकती है।
तीसरी लहर से बचा कैसे जा सकता है?
जब देश में कोरोना की दूसरी लहर आई, तब सबसे बड़ी गलती ये हुई कि इसके लिए तैयारी नहीं की गई। एक्सपर्ट्स ने दूसरी लहर के लिए चेतावनी भी दी, लेकिन उसको नजरअंदाज किया गया और फिर देखते ही देखते ये पूरे देश में तेजी से पैर पसारने लगा। इसलिए तीसरी लहर के लिए पहले से तैयारी ज्यादा जरूरी है।
डॉ. गिरिधर बाबू का कहना है कि जिन लोगों को इन लहर से ज्यादा खतरा हो, उनको जल्द से जल्द वैक्सीनेट किया जाना चाहिए। हालांकि उनका ये कहना है कि कोरोना की तीसरी लहर तीन फैक्टर्स निर्भर करती है। जिसमें पहला कि हमें दिसंबर तक कितने लोगों को वैक्सीनेट कर पाते हैं। दूसरा ये कि हम सुपर स्प्रेडर इवेंट को कितना रोकने में कामयाब हो पाते हैं और तीसरा कि हम नए वेरिएंट को कितना जल्दी पहचान पाकर उसे रोक पाते हैं।
दूसरी लहर का प्रकोप कब खत्म होगा?
मई मध्य तक कोरोना की दूसरी लहर का प्रकोप अपने चरम पर पहुंचने की संभावना एक्सपर्ट्स जता रहे हैं। केंद्र सरकार के मैथमेटिकल मॉडलिंग एक्सपर्ट प्रफेसर एम. विद्यासागर के मुताबिक अगले हफ्ते से कोरोना की दूसरी लहर ढलान पर होगी। एक इंटरव्यू में प्रोफेसर विद्यासागर ने बताया कि कोरोना की दूसरी लहर 7 मई को पीक पर हो सकती है और उसके बाद केस घटने शुरू हो जाएंगे।