देश में कोरोना के मामलों में लगातार वृद्धि देखने को मिल रही है। हर रोज रिकार्ड तोड़ नए मामले सामने आ रहे हैं और हजारों लोगों की मौतें हो रही है। विपक्षी पार्टियों के साथ-साथ सत्ताधारी पार्टी के कई नेता भी लगातार केंद्र सरकार की नीतियों को लेकर सवाल उठा रहे है।
इसी बीच देश की प्रमुख विपक्षी पार्टी भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भी सरकार की नीतियों पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि प्रणाली विफल नहीं हुई है क्योंकि भारत के पास कई ताकत और संसाधन है। मोदी सरकार उन संसाधनों को रचनात्मक रूप से प्रसारित करने में विफल रही है।
कांग्रेस कार्य समिति करेगी परिणाम का विश्लेषण
आज शुक्रवार को कांग्रेस संसदीय दल की वर्चुअल बैठक को संबोधित करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने यह बात कही। उन्होंने 4 राज्य और 1 केंद्रशासित प्रदेश के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस पार्टी की बदतर प्रदर्शन पर कहा कि कांग्रेस कार्य समिति चुनाव परिणाम का विश्लेषण करेगी।
कोरोना से उत्पन्न हुई चुनौतियों पर सरकार को सलाह देते हुए पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह और कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने पीएम नरेंद्र मोदी को पत्र लिखे थे। इसे लेकर सोनिया गांधी ने कहा, ऐसा लगता है कि ये सभी उपयोगी पहल बहरे कानों पर गिरी हैं क्योंकि सरकार ने उन पर कोई सार्थक प्रतिक्रिया नहीं दी है। उन्होंने कहा, यह ‘सरकार बनाम हम’ की लड़ाई नहीं है, बल्कि ‘हम बनाम कोरोना’ के बीच की लड़ाई है।
सरकार की उदासीनता और अक्षमता के कारण डूब रहा राष्ट्र
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, कांग्रेस स्थायी समितियों की बैठक की मांग करती है। इस संकट से निपटने में सक्षम, शांत और दूरदर्शी नेतृत्व की आवश्यकता होती है। मोदी सरकार की उदासीनता और अक्षमता के कारण राष्ट्र डूब रहा है। सोनिया गांधी ने कहा कि यह हमारे लिए खुद को इकट्ठा करने और अपने लोगों की सेवा में फिर से समर्पित करने का समय है।
उन्होंने सरकार की ‘त्रुटिपूर्ण’ वैक्सीन नीति के लिए शासन के बारे में कहा कि बजट 2021 में ‘सभी के लिए नि: शुल्क टीके’ के लिए 35,000 करोड़ रुपये आवंटित करने के बावजूद, मोदी सरकार ने तीसरे चरण में टीकों की खरीद के लिए राज्य सरकारों को भारी दबाव में रखा।
सोनिया गांधी ने कहा, ‘मोदी सरकार की असमान टीकाकरण नीति लाखों दलितों, आदिवासियों, अन्य पिछड़े वर्गों, के साथ-साथ गरीबों और हाशिए पर रहने वालों को बाहर कर देगी। मोदी सरकार को नैतिक दायित्व और लोगों के प्रति अपने शपथ कर्तव्य को देखकर यह बहुत चौंकाने वाला है।‘
देश में 2.34 लाख से ज्यादा मौतें
बता दें, देश में पिछले 24 घंटे में सवा 4 लाख के करीब नए मामले सामने आए हैं और संक्रमण के कारण 4 हजार के करीब लोगों की मौत हो गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के मुताबिक देश में एक्टिव मामलों की संख्या 36 लाख 45 हजार 164 पहुंच गई है। देश में अभी तक 1 करोड़ 76 लाख 12 हजार 351 लोगों का सफल इलाज हो चुका है। और अभी तक 2 लाख 34 हजार 83 लोगों की मौत हो चुकी है। कई राज्यों में संपूर्ण लॉकडाउन लगा है। केंद्र सरकार और राज्य सरकारें लगातार कोरोना संक्रमण के चेन को तोड़ने की कोशिशों में लगी है।