देश में कोरोना महामारी से हालात बदतर होते जा रहे हैं। कई राज्यों में वैक्सीन की किल्लत देखने को मिल रही है। हालात दिन प्रतिदिन खराब ही होते जा रहे हैं। विपक्षी पार्टियों की ओर से लगातार सरकार की नीतियों पर सवाल उठाए जा रहे हैं। हर रोज करीब साढ़े तीन लाख नए मामले सामने आ रहे हैं और 4000 लोगों की मौते हो रही है।
इसी बीच कांग्रेस सांसद और लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने लोकसभा के स्पीकर ओम बिरला को पत्र लिखा है और संसद की लोक लेखा समिति की बैठक करने और देश की कोविड-19 टीकाकरण नीति पर चर्चा करने की अनुमति देने का आग्रह किया है।
प्रभावी टीकाकरण नीति समय की मांग
स्पीकर ओम बिरला को लिखे पत्र में कांग्रेस नेता ने कहा कि इस महामारी का मुकाबला करने की दिशा में ‘प्रभावी टीकाकरण नीति’ समय की मांग है और पीएसी को इस पर विचार-विमर्श करने के लिए इकट्ठा होकर या वर्चुअल माध्यम से बैठक करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि टीकाकरण पर नीति संकट के इन दिनों में केंद्रबिंदु और अति महत्वपूर्ण विषय बन गयी है।
बैठकर करने की अनुमित देने की मांग
कांग्रेस सांसद ने इस बात पर गौर किया कि लोक लेखा समिति, साथ ही अन्य समितियों की संसदीय प्रणाली में महत्वपूर्ण भूमिका है और कोई भी पैनल इस महत्वपूर्ण समय में बैठक करने की स्थिति में नहीं है।
उन्होंने पत्र में कहा कि देश के लोगों की जिंदगी और आजीविका प्रभावी टीकाकरण नीति पर ही आश्रित है, इसलिए मैं आपसे लोक लेखा समिति की बैठक करने और सरकार के प्रतिनिधियों स्वास्थ मंत्रालय, आईसीएमआर एवं अन्य संबंधित पक्षों के साथ चर्चा करने की अनुमति देने का आग्रह करता हूं।
वर्चुअल माध्यम से हो सकती है बैठक
अधीर रंजन चौधरी ने कहा, कोविड-19 स्थिति के मद्देनजर पीएसी की बैठक सदस्यों के इकट्ठा होकर या वर्चुअल माध्यम से हो सकती है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि लोक लेखा समिति, साथ ही अन्य समितियों की संसदीय प्रणाली में महत्वपूर्ण भूमिका है और कोई भी पैनल इस महत्वपूर्ण समय में बैठक करने की स्थिति में नहीं है।
देश में लग चुकी हैं 17 करोड़ से ज्यादा लोगों को वैक्सीन
बता दें, स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक अभी तक 17 करोड़ 92 लाख 98 हजार 584 लोगों को कोरोना की वैक्सीन लगाई जा चुकी है। पिछले 24 घंटे में 20 लाख 27 हजार से ज्यादा लोगों का टीकाकरण हुआ है। सरकार वैक्सीनेशन पर जोर दे रही है और लोग बढ़ चढ़कर वैक्सीन लेने के लिए आगे आ रहे हैं।
गौरतलब है कि देश में एक्टिव मामलों की संख्या 37 लाख के पार पहुंच गई है और अभी तक 2 लाख 62 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। कई राज्यों ने पूर्ण लॉकडाउन लगा दिया है। हालात काबू में करने के लिए सरकार की ओर से हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं।