उत्तराखंड में साल 2022 की शुरुआत में ही विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। जिसे लेकर राजनीतिक पार्टियां अपनी तैयारियों में लग गई है। देश की प्रमुख विपक्षी पार्टी भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस हर उस राज्य में प्रेस कांफ्रेंस कर रही है, जहां अगले साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं और जहां बीजेपी की सरकार है।
कांग्रेस पार्टी देश में बेलगाम हो चुकी महंगाई को लेकर मोदी सरकार को निशाने पर लेती दिख रही है। इसी बीच कांग्रेस के दिग्गज नेता सचिन पायलट ने महंगाई को लेकर केंद्र सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने कहा है कि मोदी सरकार को चुनने का भुगतान जनता पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतें चुका कर रही है।
7 सालों में बढ़े ही हैं पेट्रोल-डीजल के दाम
बीते दिन शुक्रवार को उत्तराखंड के देहरादून पहुंचे सचिन पायलट ने कांग्रेस ऑफिस में प्रेस कांफ्रेंस करते हुए सरकार पर सवाल खड़े किए। महंगाई के मसले पर पायलट ने कहा कि यूपीए के दूसरे कार्यकाल के आखिरी 3 सालों के दौरान जब दुनिया में तेल के दाम कम हुए तो देश में भी पेट्रोल डीजल की कीमतें कम हुईं। लेकिन 2014 के बाद बीते 7 सालों में पेट्रोल डीजल के दाम बढ़े ही बढ़े हैं और अब मोदी सरकार को चुनने का भुगतान जनता पेट्रोल-डीजल की बढ़ी कीमतें चुका कर रही है।
‘महंगाई की कीमत बीजेपी को चुकानी पडेगी’
राजस्थान के पूर्व उप मुख्यमंत्री ने कहा कि पेट्रोल और डीजल की कीमते इस समय देसी घी और खाने-पीने की अन्य सामानों से कई ज्यादा हैं। उन्होंने कहा कि ‘बढ़ती हुई महंगाई की कीमत बीजेपी को उन सभी राज्य में चुकानी होगी, जहां 2022 में चुनाव होने वाले हैं और 2024 में जनता बीजेपी को केंद्र की सत्ता से बाहर कर देगी।‘
सचिन पायलट ने कहा, महंगाई एक ऐसा मुद्दा है, जिनका सीधा असर आम जनता पर पड़ता है और आम जनता की बात करने वाली मोदी सरकार भारत को आत्मनिर्भर बनाने की बात कर रही है, पर हो कुछ नहीं रहा। सचिन पायलट ने कहा कि उत्तराखंड में 2022 में बीजेपी सत्ता से बाहर होगी और कांग्रेस मजबूती के साथ सरकार बनाएगी।
जनता का दिवाला निकाल रही सरकार
बताते चले कि कोरोना संकट के बीच देश में कमर तोड़ महंगाई ने जनता का दिवाला निकाल दिया है। जरुरत की लगभग सारी चीजें महंगी हो गई हैं। पेट्रोल, डीजल, सरसो तेल, रिफाइन, घरेलू गैस सीलिंडर समेत तमाम चीजें काफी महंगी हो गई है। घरेलू गैंस सीलिंडर की कीमत करीब 900 तक पहुंच गई है और 250 के करीब मिलने वाली सब्सिडी अब तीन अंको की संख्या से भी नीचे आ गई है। जिसे लेकर भी सवाल उठ रहे हैं। खबरों की माने तो देश के करीब 200 शहरों में पेट्रोल की कीमत 100 रुपये प्रति लीटर के पार पहुंच चुकी है। देश की आजादी के बाद पहली बार पेट्रोल-डीजल की कीमत इतनी ज्यादा देखने को मिली है।