अगले साल की शुरुआत में पंजाब में विधानसभा चुनाव (Punjab Election 2022) होने वाले हैं। जिसे लेकर राजनीतिक पार्टियों ने अपनी तैयारियां तेज कर दी है। पंजाब की सत्तारुढ़ कांग्रेस पार्टी के साथ-साथ अन्य विपक्षी पार्टियां अभी से ही अगले चुनाव के लिए पृष्ठभूमि तैयार करने में जुट गई है। कांग्रेस पार्टी दोबारा से प्रदेश की सत्ता में वापसी करने की कोशिशों में लगी है।
बताया जा रहा है कि कांग्रेस ने पार्टी नेताओं के बीच चले आ रहे मतभेद खत्म करने के लिए प्रयास तेज कर दिए है। इसी कड़ी में क्रिकेटर से नेता बने नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Siddhu) का नाम भी सामने आ रहा है। कयास लगाए जा रहे हैं कि सिद्धू को जल्द ही पंजाब सरकार या फिर कांग्रेस पार्टी में कोई अहम पद मिल सकता है।
इस्तीफे के बाद सीएम के साथ दूसरी मुलाकात
कांग्रेस शासित पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह (Amrinder Singh) ने अपने पूर्व कैबिनेट सहयोगी नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Siddhu) को बुधवार को लंच पर बुलाया है। कैबिनेट पद से इस्तीफा देने के बाद नवजोत सिंह सिद्धू और अमरिंदर सिंह के बीच यह दूसरी मुलाकात है। इससे पहले 25 नवंबर को दोनों नेताओं के बीच लंच पर ही मुलाकात हुई थी।
दरअसल, हाल ही में उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और पंजाब कांग्रेस प्रभारी हरीश रावत ने पंजाब का दौरा किया था। बताया जा रहा है कि इस दौरे पर ही उन्होंने कांग्रेस पार्टी के नेताओं के बीच चल रहे मन-मुटाव को खत्म करने को लेकर काम किया था। उन्होंने सीएम अमरिंदर सिंह से मुलाकात की थी।
जुलाई 2019 में दिया था इस्तीफा
बता दें, नवजोत सिंह सिद्धू ने जुलाई 2019 में पंजाब सरकार में मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। वह अपना मंत्रालय बदले जाने से नाराज चल रहे थे। वहीं, पुलवामा हमले को लेकर दिए गए उनके बयान पर भी जमकर सियासत हुई थी। जिसके बाद कांग्रेस पार्टी उनसे दूरी बनाते चली गई थी।
लेकिन पिछले दिनों कांग्रेस पार्टी ने पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव 2021 के लिए अपने स्टार प्रचारकों की लिस्ट जारी की। जिसमें नवजोत सिंह सिद्धू को भी जगह मिली है। अब इस बात के कयास लगने शुरु हो चुके है कि नवजोत सिंह सिद्धू को कोई बड़ी जिम्मेदारी मिल सकती है और वह फिर से पार्टी के मुख्यधारा में दिख सकते हैं।