देश में वैक्सीनेशन का काम जोर शोर से चल रहा है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक देश में अभी तक करीब 40 करोड़ लोगों को वैक्सीन लग चुकी है। देश में पिछले 24 घंटे में 42 लाख से ज्यादा लोगों को वैक्सीन लगी है। वैक्सीनेशन के लिए देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत तमाम बड़े नेताओं और राज्यों के मुख्यमंत्रियों को भी वैक्सीनेशन सेंटर जाना पड़ा था।
वैक्सीनेशन के प्रति लोगों को जागरुक करने के लिए बड़े नेताओं ने सामने से आकर वैक्सीन लिया था। मौजूदा समय में तमाम लोग स्लॉट बूक करने के बाद वैक्सीनेशन सेंटर पर जाकर वैक्सीन ले रहे हैं। लेकिन देश में ऐसे भी कई मामले सामने आ रहे हैं जिसमें जनप्रतिनिधि घर बैठे वैक्सीन लेते दिख रहे हैं।
जिसे लेकर लगातार सवाल भी उठ रहे हैं। इसी बीच बीजेपी सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर की एक वीडियो सोशल मीडिया पर काफी तेजी से वायरल हो रही है जिसमें वह अपने घर में वैक्सीन लेती दिख रही हैं।
कुछ दिन पहले बास्केट बॉल खेल रही थी…
सोशल मीडिया पर यह वीडियो वायरल होते ही विपक्षी पार्टियों ने सवाल उठाने खड़े कर दिए हैं। कांग्रेस का आरोप है कि जहां एक ओर देश की जनता वैक्सीन के लिए सेंटरों के धक्के खा रही है, पीएम से लेकर सीएम तक ने स्वास्थ्य केंद्रों पर जाकर वैक्सीन लगवाया तो बीजेपी सांसद प्रज्ञा ठाकुर ने किस आधार पर घर पर वैक्सीन लगवाई है।
कांग्रेस नेता नरेंद्र सलुजा ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से प्रज्ञा सिंह ठाकुर की वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा, ‘अभी कुछ दिन पूर्व ही बास्केट बॉल खेल रही व ढोल की थाप पर नृत्य कर रही हमारी भोपाल की सांसद प्रज्ञा ठाकुर ने आज घर टीम बुलाकर वैक्सीन का डोज़ लगवाया ? मोदी जी से लेकर शिवराज जी व तमाम बीजेपी नेता अस्पताल में जाकर वैक्सीन लगवा कर आये लेकिन हमारी सांसद जी को यह छूट क्यों व किस आधार पर?’
प्रशासन ने दी सफाई
बताते चले कि इस मामले को लेकर मध्यप्रदेश की सियासत में बवाल मचा हुआ है। विपक्षी पार्टियों की ओर से तरह-तरह के आरोप लगाए जा रहे हैं। देश की आम जनता को वैक्सीन लेने में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है जबकि उसकी वैक्सीन के लिए वीआईपी लोगों को अलग से सुविधाएं मिल रही है, जिसे लेकर लगातार सवाल उठाए जा रहे हैं।
हालांकि, प्रज्ञा ठाकुर के मसले पर प्रशासन ने सफाई दी है। प्रशासन के मुताबिक बीजेपी सांसद प्रज्ञा ठाकुर बुजुर्गों और विकलांगों के लिए विशेष नियमों के तहत घरेलू टीकाकरण की हकदार थी। इसलिए उन्होंने घर पर वैक्सीन लगवाई।